Parliament Winter Session: महिला आरक्षण बिल पर एकजुट नजर आई TMC, JDU, BJD और अकाली दल, उठायी ये मांग
संसद का शीत सत्र बुधवार (7 दिसंबर) से शुरू हो रहा है. मंगलवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में टीएमसी, बीजद, जेडीय और अकाली दल के नेताओं ने महिला आरक्षण विधेयक को लेकर आम सहमति बनाने की मांग की.
Parliament Winter Session 2022: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता सुदीप बंदोपाध्याय (Sudip Bandyopadhyay) ने बुधवार (7 दिसंबर) से शुरू हो रहे संसद के शीत सत्र (Winter Session) में महिला आरक्षण विधेयक पर आम सहमति बनाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (OM Birla) से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की. उनकी इस मांग को अन्य दलों ने भी समर्थन दिया है.
तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में जब इस मुद्दे को उठाया तब जदयू, शिरोमणि अकाली दल और बीजद ने भी इसका समर्थन किया. बीजद के राज्यसभा सदस्य डॉ. सस्मित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी और खुद सीएम नवीन पटनायक महिलाओं के सशक्तिकरण के मुद्दे पर बार बार अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त कर चुके हैं.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुलाई बैठक
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार (6 दिसंबर) की शाम को संसद के शीत सत्र से पहले पार्टी की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलायी हुई है. इससे पहले सरकार द्वारा बुलाई सर्वदलीय बैठक में बीजू जनता दल (बीजद) ने शीतकालीन सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने की सरकार से मांग की थी.
सूत्रों के मुताबिक बैठक में मौजूद कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, डीएमके के टी आर बालू , अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल और जेडीयू के ललन सिंह ने भी इसका समर्थन किया. ललन सिंह ने इस मुद्दे पर सरकार से तुरंत सर्वदलीय बैठक भी बुलाने की मांग की.
क्या है महिला आरक्षण विधेयक?
संसद में पेश किये जाने वाले महिला आरक्षण विधेयक (Women's Reservation Bill) में महिलाओं के लिये एक तिहाई सीट आरक्षित करने के प्रावधान वाला उक्त विधेयक 15वीं लोकसभा में पारित नहीं हो सका था और 15वीं लोकसभा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद इस संविधान संशोधन विधेयक की मियाद समाप्त हो गई थी. बीजद (BJD) सांसद ने कहा कि संसद में शुरू होने वाले इस शीत सत्र (Winter Session) में हम कॉलेजियम (Collegium) का मुद्दा भी उठाएंगे. इसका प्रभाव देखा जा रहा है.