Parliament Winter Session 2023 Live: विपक्ष के 49 लोकसभा सांसद और सस्पेंड, अबतक कुल 141 MP निलंबित
Parliament Winter Session 2023 Live Updates: लोकसभा में आसन की अवमानना के आरोप में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी समेत कुल 33 सदस्यों को सोमवार को सदन से निलंबित कर दिया गया.
संसद के दोनों सदनों में जारी हंगामे के बीच चिराग पासवान ने कहा, पहले ये लोग सर्वदलीय बैठक में आने से आनाकानी करते हैं और फिर जब बैठक में आने के लिए तैयार हो जाते हैं तब इस तरह के पोस्टर इनकी पार्टी द्वारा लगाए जाते हैं क्योंकि नीतीश कुमार को सिर्फ कुर्सी से ही प्यार है और उनको गठबंधन के स्वरूप से कोई लेना-देना नहीं है.
लोकसभा से 40 से ज्यादा सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, "यह स्पष्ट है कि वे विपक्ष-मुक्त लोकसभा चाहते हैं और वे राज्यसभा में भी कुछ ऐसा ही करेंगे.
आज, अपने सहयोगियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए, मैं भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ लेकिन जो भी उपस्थित थे उन्हें शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है, जिसका अर्थ है कि वे बिना किसी चर्चा के अपने विधेयकों को पारित करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि यह संसदीय लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है.'
नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारुख़ अब्दुल्ला ने पूछा, 'पुलिस किसके हाथ में है? वह गृह मंत्रालय के अधीन है. क्या हो जाता अगर वे(केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह) संसद में आकर 5 मिनट बयान दे देते और कह देते कि हम कार्रवाई कर रहे हैं."
लोकसभा-राज्यसभा में हंगामे के बीच आज लोकसभा में विपक्ष के 49 लोकसभा सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है. अब तक कुल 141 लोकसभा सांसदों को सस्पेंड किया जा चुका है.
PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह देशभर में दौरे कर रहे हैं लेकिन सदन में नहीं आ रहे हैं, ये सदन की गरिमा का अपमान है. बहुत सारे सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा अध्यक्ष ने निलंबित किया है, देश के इतिहास में पहली बार इतने सांसदों को निलंबित किया गया है. लोगों को डराकर लोकतंत्र खत्म करना चाहते हैं.
इंडिया गठबंधन की बैठक में तय किया गया कि संसद की सुरक्षा में सेंध के मुद्दे पर आज भी दोनों सदनों में गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग की जाएगी और निलंबित सांसद गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन करेंगे.
सांसदों के निलंबन पर लोकसभा-राज्यसभा में हंगामा हो रहा है. स्पीकर ने कहा है कि आप सदन के अंदर तख्तियां लेकर नहीं आ सकते हैं. चाहे जो भी हो लेकिन संसद नियम से ही चलेगी.
18 दिसंबर को दोनों सदनों से 92 सांसदों के निलंबन पर लोकसभा में कांग्रेस के विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि मोदी जी का अहंकार लोग देख रहे हैं. उन पर असुर शक्ति सवार हो गई है. सभी लोगों ने देखा है कि क्या हो गया है. बंगाल में भी हम लोग काफी लड़ाई लड़ रहे हैं. इंडिया अलायंस में क्या होगा ये पार्टी हाईकमान तय करेगा.
इंडिया ब्लॉक की बैठक में पहुंची जेएमएम सांसद महुआ माझी ने कहा, 2024 के लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और मुझे यकीन है कि गठबंधन दल यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा कि हाल के विधानसभा चुनावों में की गई गलतियां दोहराई नहीं जाएं. उन्होंने आगे कहा, सीटों का बंटवारा जीतने के लिए काम करना पड़ेगा.
संसद पुस्तकालय भवन में बीजेपी संसदीय दल की बैठक शुरू. बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद हैं.
संसद का सत्र शुरू होने से पहले सभी विपक्षी पार्टियों के सभी फ्लोर लीडर्स कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के ऑफिस में मिलेंगे और उनके साथ आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संसद भवन के अंदर बीजेपी सांसदों की अध्यक्षता में एक बैठक होने वाली है. इस बैठक में पीएम मोदी साथी सांसदों के साथ मिलकर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे
बैकग्राउंड
Parliament Winter Session 2023 Live: विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों ने लोकसभा से 33 तथा राज्यसभा से 45 विपक्षी सदस्यों के निलंबन को ‘‘तानाशाही’’ भरा कदम करार देते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष को रौंदने के लिए संसद में बुलडोजर चला रही है.
लोकसभा में आसन की अवमानना के आरोप में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी समेत कुल 33 सदस्यों को सोमवार को सदन से निलंबित कर दिया गया. इनमें से 30 सदस्यों को मौजूदा शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए और तीन सदस्यों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित किया गया है.
राज्यसभा ने सदन की कार्यवाही बाधित करने के लिए विपक्षी दलों के 34 सदस्यों को मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए तथा 11 सदस्यों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक के लिए निलंबित कर दिया. कुछ दिन पहले ही लोकसभा के 13 सदस्यों और राज्यसभा के एक सदस्य का निलंबन हुआ था.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘सबसे पहले कुछ लोगों ने संसद पर हमला किया. फिर (नरेन्द्र) मोदी सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है. निरंकुश मोदी सरकार द्वारा 47 सांसदों को निलंबित करके सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को कूड़ेदान में डाला जा रहा है.’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘विपक्ष विहीन संसद के साथ मोदी सरकार अब बिना किसी चर्चा के महत्वपूर्ण लंबित कानूनों को पारित कर सकती है, विरोध की आवाज कुचल सकती है.’’ तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी सांसदों के निलंबन पर कहा कि इससे पता चलता है कि बीजेपी डरी हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘क्या आपको लगता है कि दो राज्य जीतने की वजह से वे (बीजेपी) इतने अहंकारी हो गए हैं...वे डरे हुए हैं इसलिए उन्होंने सांसदों को निलंबित कर दिया.’’
निलंबन के बाद अधीर रंजन चौधरी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि इस सरकार में ‘‘तानाशाही’’ चरमसीमा पर पहुंच गई है. उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग चर्चा करना चाहते थे. लेकिन सरकार को लगता है कि बहुमत के बाहुबल का डंडा घुमाकर सबको ठंडा कर देंगे.’’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘13 दिसंबर को हुई खतरनाक सुरक्षा चूक पर गृह मंत्री से बयान देने की मांग करने की वजह से 14 दिसंबर को ‘इंडिया’ के 13 सांसदों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया था. आज ‘इंडिया’ के 33 और सांसदों को पूरी तरह से वैध मांग करने के लिए लोकसभा से निलंबित कर दिया गया. इनमें कई दलों के सदन के नेता भी हैं.’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘तानाशाही का दूसरा नाम मोदीशाही है. यह सिर्फ सांसदों का नहीं लोकतंत्र का निलंबन है.’’ लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता और निलंबित सदस्यों में शामिल गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष को रौंदने के लिए संसद में बुलडोजर चला रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह देश के लोगों के मौलिक अधिकारों को रौंदने की प्रक्रिया है. यह साफ-साफ जाहिर करता है कि सरकार की मंशा सदन चलाने की नहीं है, सिर्फ गृह मंत्री की विफलता को छिपाने की है.’’ कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि संसद अब चर्चा की नहीं, बल्कि निलंबन की जगह बन गई है.
शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘यह तानाशाही का कदम है. हम तानाशाही के खिलाफ लड़ेंगे.’’ निलंबित सांसद और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता कौशलेंद्र कुमार ने कहा, ‘‘लोकसभा अध्यक्ष, सरकार और बीजेपी का प्रयास है कि विपक्ष के ज्यादा से ज्यादा लोगों को निलंबित करके विधेयक पारित कर लें. मुझे लगता है कि एकपक्षीय कदम उठाया जा रहा है.’’
राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने कहा कि ‘लोकतंत्र के इस काले दौर’ में निलंबन सम्मान की बात है. उन्होंने कहा, ‘‘जो सरकार संसद भवन में सुरक्षा चूक के मामले पर नहीं बोल पा रही है, वह गलवान पर क्या बोलेगी? जो सांसद बचे हुए हैं, उन्हें भी निलंबित कर दीजिए...विपक्ष मुक्त संसद मुबारक हो, मोदी जी.’’
शफी
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