Parliament Winter Session Highlight: 78 सांसदों के निलंबन पर RJD नेता मनोज झा बोले- 'तानाशाहों को ऐसी ही संसद चाहिए'
Winter Session 2023: संसद की सुरक्षा में चूक मामले पर सदन गरमा गया. संसद की कार्यवाही में व्यवधान डालने के लिए विपक्ष के 78 सांसदों को बचे हुए शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया.
संसद के शीतकालीन सत्र से अब तक 92 सांसदों को निलंबित किया गया है. इनमें सोमवार (18 दिसंबर) को लोकसभा से 33 और राज्यसभा से 45 विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया है.
राज्यसभा से निलंबित किए जाने पर RJD सांसद मनोज कुमार झा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "मैं भी उनमें शुमार हूं. इसे गर्व की तरह ले रहा हूं कि मैं निलंबित हूं. जब काला दौर होता है ना तब तानाशाहों को ऐसी ही संसद चाहिए.... आपसे हम सवाल पूछ रहे हैं, मसला सिर्फ देश की सुरक्षा का है, संसद की इमारत का नहीं है. एक आधिकारिक बयान नहीं दे सकते? आप क्या चाहते हैं? विपक्ष मुक्त संसद आपने बना लिया. जो बचे हैं, उन्हें कल कर (निलंबित) देना. ये दौर याद रखा जाएगा कि जबसे प्रधानमंत्री मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में आए हैं, बहुत कमजोर हो गए हैं. कमजोर व्यक्ति ही संसदीय कार्य मंत्री द्वारा इस प्रकार की हरकतों को प्रोत्साहित करता है और करवाता है."
संसद के शीतकालीन सत्र से अधीर रंजन चौधरी के अलावा, अपूर्वा पोद्दार, प्रसून बनर्जी, मोहम्मद वसीर, जी सेलवम, सीएन अन्नादुरैय, डॉ टी सुमती, के नवासकानी, के वीरस्वामी, एनके प्रेमचंद्रन, सौगत रॉय, शताब्दी रॉय, असिथ कुमार मल, कौशलेंद्र कुमार, एनटो एंटनी, एस एस पलनामनिक्कम, तिरुवरुस्कर (Su. Thirunavukkarasar), प्रतिमा मंडल, काकोली घोष, के मुरलीधरन, सुनील कुमार मंडल, एस राम लिंगम, के सुरेश, अमर सिंह, राजमोहन उन्नीथन, गौरव गोगोई और टीआर बालू को निलंबित किया गया.
संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल लोकसभा और राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान देने की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर विपक्षी सांसदों की ओर से सदन में खूब हो-हल्ला किया गया. अब इस मामले पर लोकसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी समेत 33 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया है. विपक्ष के 13 सांसद पहले ही सस्पेंड किए जा चुके हैं.
शिवसेना (शिंदे गुट) सांसद राहुल शेवाले ने कहा है कि सोशल मीडिया से पता चल रहा है कि दाऊद इब्राहिम की हालत गंभीर है, लेकिन विपक्ष इसे लेकर गंभीर नहीं है. संसद में जो हंगामा कर रहे हैं, वह सही नहीं है देश के लिए. मैं इसकी निंदा करता हूं और इंडिया गठबंधन की भी निंदा करता हूं.
एनसीपी नेता (अजित पवार गुट) प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि तीन राज्यों में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद, विपक्ष को पता था कि उनकी रणनीति काम नहीं कर रही है. एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई (संसद सुरक्षा उल्लंघन). मैंने हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का एक बयान देखा. मैं बयान से हैरान हूं. क्या कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का यह मतलब है कि जो बेरोजगार है वह कुछ भी कर सकता है? एक तरफ वह 'भारत जोड़ो' की बात करते हैं और दूसरी तरफ कर रहे हैं 'भारत तोड़ो'. क्या आप लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं?
शिरोमणि अकाली दल (SAD) की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर कहा है कि यह एक बड़ी सुरक्षा चूक और खुफिया विफलता थी. लोग जानना चाहते हैं कि यह कैसे हुआ. देश के लोग देख रहे हैं, जिन लोगों ने सवाल पूछा उन्हें निलंबित कर दिया गया. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ'ब्रायन का निलंबन रद्द करने के लिए सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा है.
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि अगर देश की सबसे सुरक्षित इमारत में सुरक्षा उल्लंघन हो सकता है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है? केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को यह तय करना होगा कि इस सब के लिए कौन जिम्मेदार है. उन्हें संसद में आकर बताना चाहिए कि ये कैसे हुआ.
संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच संसद की कार्यवाही स्थगित हो गई है. आप सांसद राघव चड्ढा का कहना है कि विपक्षी दल बस यही कह रहे हैं कि जांच रिपोर्ट संसद में पेश की जाए और चर्चा कराई जाए. सांसद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान चाहते हैं और फिर चर्चा आयोजित किया जा सकता है. जिस तरह से सरकार इस मुद्दे से भाग रही है, उससे कई सवाल उठते हैं कि वे क्या छिपा रहे हैं.
संसद की सुरक्षा में हुई चूक का मुद्दा गरमाता जा रहा है. इसका असर संसद के दोनों सदनों में देखने को मिल रहा है. लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी इस पर काफी विवाद हुआ है. यही वजह है कि राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है.
संसद की सुरक्षा को लेकर हो रही नारेबाजी को देखते हुए लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर लोकसभा में प्रश्न सदन के दौरान विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया है. स्पीकर ओम बिरला ने कहा, यह दुखद है कि इस मुद्दे पर राजनीति की जा रही है. सदन के वेल में आना और नारेबाजी करना सदन की गरिमा के खिलाफ है. मैं महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कराने के लिए आपसे (विपक्ष से) सहयोग का अनुरोध करता हूं.
संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले इंडिया गठबंधन के नेताओं ने राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खरगे के साथ मिलकर बैठक की है. इसमें सदन में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की गई है.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि सदन पर हमला करने वाले हमलावरों को बीजेपी के सांसद ने पास दिया था. हमलोग इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि गृह मंत्री अमित शाह सदन में आकर बयान दें. संसद की सुरक्षा एक गंभीर मसला है. बीजेपी को यह घटना मामूली लग रही है. पीएम ने बहुत दिन बाद चुप्पी तोडी है.
संसद में हुई चूक पर शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा है कि सदन में आकर सरकार को जवाब देना चाहिये. आने वाले दिन में ऐसा लगता की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलग गुजरात राज्य की मांग करेंगे. वह हर चीज गुजरात लेकर जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध काफी गंभीर मामला है. संसद में इस मुद्दे पर विपक्षी दलों के हंगामे के बीच उन्होंने नसीहत दी कि ऐसे विषयों पर वाद-विवाद या प्रतिरोध से सभी को बचना चाहिये. पीएम मोदी ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू के दौरान कहा कि जांच एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं और कड़े कदम उठा रही हैं. उन्होंने कहा कि इस हमले में शामिल लोगों और उनके मकसद की गहराई तक पहुंचना भी उतना ही जरूरी है.
लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने और राज्य के सभी नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के प्रयासों पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है.
संसद के शीतकालीन सत्र सोमवार को एक बार फिर से शुरू हो रहा है. लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है.
संसद के शीतकालीन सत्र सोमवार को एक बार फिर से शुरू हो रहा है. लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है.
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर घटना के चार दिन बाद प्रतिक्रिया देने के लिए रविवार को निशाना साधा. चौधरी ने दावा किया कि विपक्षी दलों और देश की जनता के दबाव के कारण मोदी ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने मांग रखी कि मोदी को संसद में आकर बयान देना चाहिए.
संसद से निलंबित किए गए सांसदों ने स्पीकर के इस फैसले के खिलाफ सदन के बाहर प्रदर्शन किया था. ऐसे में इस बात की उम्मीद है कि सोमवार को एक बार फिर सदन के बाहर ऐसा ही नजारा देखने को मिले.
संसद की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली है. इससे पहले सुबह 10 बजे विपक्षी गठबंध इंडिया के सांसदों की बैठक होगी. इसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी कि सदन में किन मुद्दों को उठाना है. सांसदों के निलंबन को लेकर भी रणनीति इसी बैठक में तैयार की जाएगी.
लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों से विपक्ष के कुल 14 सांसदों का निलंबन हुआ है. लोकसभा से 13 सांसद, जबकि राज्यसभा से 1 सांसद सस्पेंड हुए हैं. विपक्ष निलंबन वाले दिन से ही इस मुद्दे पर भी विरोध कर रहा है. कई सांसदों को सदन के बाहर विरोध करते हुए भी देखा गया.
संसद का शीतकालीन सत्र लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही जगह हंगामेदार होने वाला है. संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मुद्दे पर विपक्ष विरोध कर सकता है. वह इस मुद्दे पर सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान चाहता है.
बैकग्राउंड
Parliament Winter Session 2023 Highlight: संसद के शीतकालीन सत्र की सोमवार (18 दिसंबर) से एक बार फिर शुरुआत होने वाली है. ऐसे में इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि आज का सत्र भी हंगामेदार होने वाला है. इसकी सबसे बड़ी वजह संसद की सुरक्षा में हुई चूक का मुद्दा है, जिसे लेकर लगातार विपक्ष केंद्र सरकार को घेरने में जुटा हुआ है. पिछले हफ्ते हुई सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्ष ने न सिर्फ सदन में विरोध किया, बल्कि नारेबाजी भी की.
शीतकालीन सत्र के दौरान ही संसद से 14 सांसदों को निलंबित किया गया है, जिसमें से 13 सांसद लोकसभा से हैं, जबकि एक सांसद राज्यसभा से हैं. लोकसभा से सस्पेंड किए गए 13 सांसदों में 9 कांग्रेस से, 2 सीपीएम, एक सीपीआई और एक डीएमके के सांसद हैं. इसके अलावा राज्यसभा से टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन को सस्पेंड किया गया है, जिनके ऊपर सदन में गलत व्यवहार करने का आरोप लगा है. माना जा रहा है कि सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर भी गरमा-गरमी रहेगी.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का कहना है कि विपक्षी दलों के 13 सदस्यों का लोकसभा से निलंबन हालिया सुरक्षा चूक पर उनके विरोध प्रदर्शन से जुड़ा हुआ नहीं है. उन्होंने याद दिलाया कि पिछली बार ऐसी घटनाओं पर सदन ने अनुकरणीय एकजुटता और सामूहिक संकल्प प्रदर्शित किया था. दरअसल, पिछले हफ्ते बुधवार को संसद की सुरक्षा में चूक हुई और अगले दिन यानी गुरुवार से ही विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर हंगामा करना शुरू कर दिया.
संसद की सुरक्षा चूक मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन सभी से पूछताछ भी की जा रही है. इस बीच लोकसभा अध्यक्ष की तरफ से सभी सांसदों को चिट्ठी भी लिखी गई है, जिसमें बताया गया है कि एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन किया गया है. ये समिति इस बात को देखेगी कि आगे कभी इस तरह की घटना सामने नहीं आए.
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