Parliament Winter Session 2023: संसद के शीत सत्र के दौरान सरकार ने अमेरिका में अवैध घुसपैठ करने की कोशिश करने वाली भारतीयों की चौंकाने वाली संख्या जारी की है. इसके मुताबिक, बीते पांच साल में दो लाख से अधिक भारतीयों ने अमेरिका में अवैध रूप से घुसने की कोशिश की. वहीं लगभग एक लाख लोगों ने ऐसा करने की कोशिश सिर्फ पिछले साल की.


संसद में पूछे गये एक सवाल के जवाब में गुरुवार (15 दिसंबर 2023) को विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी की तरफ से साझा की गई रिपोर्ट के मुताबिक 2018-19 में 8027, 2019-20 में 1227, 2020-21 में 30,662, 2021-22 में यह संख्या 63,927 थी जबकि 2022-23 में 96,917 मामले सामने आये हैं. अमेरिकी अधिकारियों की तरफ से साझा की गई इस रिपोर्ट के मुताबिक अवैध अप्रवासी भारतीयों की कुल संख्या 200,760 है.


फर्जी रोजगार के दावों पर नहीं करें भरोसा
कार्यवाही के दौरान विदेश मंत्रालय ने कहा, विदेश में रोजगार की तलाश कर रहे भारतीयों को सतर्क रहना चाहिए और नौकरी के फर्जी प्रस्तावों के झांसे में नहीं आना चाहिए. मंत्रालय ने रोजगार की तलाश कर रहे लोगों से पंजीकृत भर्ती एजेंट की सुरक्षित और कानूनी सेवाओं का उपयोग करने का भी आग्रह किया.


विदेश मंत्रालय ने एक परामर्श जारी कर विदेशों में नौकरियां देने का वादा करने वाली सभी अपंजीकृत एजेंसियों को विदेशी भर्ती में शामिल न होने की चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियां उत्प्रवास अधिनियम 1983 का उल्लंघन हैं और मानव तस्करी के समान हैं, जो एक दंडनीय अपराध है.


विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह भी देखा गया है कि विदेश में नौकरी चाहने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जिन्हें अपंजीकृत भर्ती एजेंट द्वारा फर्जी नौकरी की पेशकश के जरिए ठगा जाता है और साथ ही उनसे दो से पांच लाख रुपये तक की वसूली भी की जाती है. इसने कहा कि ये अपंजीकृत और अवैध एजेंट मंत्रालय से लाइसेंस प्राप्त किए बिना काम करते हैं, जबकि लाइसेंस विदेश में किसी भी भर्ती के लिए अनिवार्य है.


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