Farm Laws To Be Repealed: आज लोकसभा में कृषि कानूनों की वापसी वाला बिल पेश होने वाला है. किसानों के रुख में थोड़ी नरमी जरूर है लेकिन आंदोलन अभी जारी है. किसान नेता राकेश टिकैत ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा है कि जब तक सरकार MSP की गारंटी नहीं देती, किसानों पर से मुकदमे वापस नहीं होते और मुआवजे का मुद्दा हल नहीं हो जाता आंदोलन जारी रहेगा.
एक दिन पहले मुंबई में संयुक्त शेतकरी कामगार मोर्चा (एसएसकेएम) के बैनर तले आजाद मैदान में आयोजित 'किसान महापंचायत' में हिस्सा लेने गए राकेश टिकैत ने कहा था कि पीएम मोदी एमएसपी के समर्थक थे, जब वह गुजरात मुख्यमंत्री थे और वह किसानों के हितों की गारंटी सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी कानून चाहते थे. उन्होंने मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर इस मुद्दे पर बहस से भागने का आरोप लगाया था.
उन्होंने कहा, 'केंद्र को किसानों को एमएसपी की गारंटी देने के लिए एक कानून लाना चाहिए. कृषि और श्रम क्षेत्रों से जुड़े कई मुद्दे हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है और हम उन्हें उजागर करने के लिए पूरे देश में यात्रा करेंगे.' टिकैत ने यह भी मांग की कि केंद्र के तीन कृषि विपणन कानूनों के खिलाफ साल भर के विरोध प्रदर्शन में जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को वित्तीय सहायता दी जाए.
इस महीने की शुरुआत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के सरकार के फैसले की घोषणा की थी, जो किसानों के विरोध के केंद्र में थे. केंद्र ने प्रदर्शनकारी किसानों के साथ कई दौर की बातचीत की थी. केंद्र का कहना था कि कानून किसानों के हित में हैं, जबकि प्रदर्शनकारियों का दावा था कि कानूनों के कारण उन्हें कॉर्पोरेट घरानों की दया पर छोड़ दिया जाएगा.