'नेहरू-इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न दिया लेकिन बाबा अंबेडकर को...', किरेन रिजिजू का कांग्रेस पर बड़ा हमला
Parliament Winter Session: संविधान पर चर्चा के दौरान किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने षड्यंत्र करके भीमराव अंबेडकर को लोकसभा चुनाव में हराया था.
Parliament Winter Session: लोकसभा में संविधान पर चर्चा का आज (14 दिसंबर) दूसरा दिन है. इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने षड्यंत्र करके भीमराव अंबेडकर को लोकसभा चुनाव में हराया था. इसके लिए कांग्रेस को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि 1990 तक बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया गया? वहीं, नेहरू जी और इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न दिया था.
किरेन रिजिजू ने कही ये बात
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से बीपी सिंह की सरकार बनी तब अंबेडकर जी को भारत रत्न दिया गया था. हमारा मानना है कि अगर देश में किसी को पहला भारत रत्न मिलना था तो अंबेडकर जी को मिलना चाहिए था.
उन्होंने आगे कहा कि अंबेडकर जी के जन्म स्थल को तीर्थ स्थल के तौर पर विकसित किया गया है. लंदन में जहां अंबेडकर जी ने पढ़ाई की थी, उस घर को मोदी जी के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार ने खरीद कर अंबेडकर म्यूजियम बनाया है. दिल्ली में बाबा साहब इंटरनेशनल मेमोरियल सेंटर बनाया गया है. मैं पहला बौद्ध केंद्रीय मंत्री हूं. इंदु मिल मुंबई में भीमराव अंबेडकर का 430 फीट का स्टेचू तैयार हो रहा है.
'गलत तरह से पेश की गई बात'
उन्होंने कहा, " बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की बातों को गलत ढंग से पेश किया गया कि उन्होंने हिंदू धर्म को छोड़ा और अब हिंदू धर्म के खिलाफ लड़ना है." उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र के साथ कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि संविधान की भावना के अनुरूप ही आज एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति हैं
PM मोदी को लेकर कही ये बात
भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान लोकसभा में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "मुझे गर्व है कि जब प्रधानमंत्री मोदी का कार्यकाल शुरू हुआ तो उन्होंने संविधान की इसी भावना का पालन करते हुए अपनी सरकार का मंत्र इस देश के सामने रखा. और वह मंत्र है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास."