Parliament Winter Session: चीन सीमा विवाद से लेकर जांच एजेंसी के दुरुपयोग पर विपक्ष सरकार पर हो सकती है हावी
Parliament Winter Session: संसद सत्र से पहले सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत 31 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया था.
Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र (Winter Session) आज से शुरू होने जा रहा है जो 29 दिसंबर तक चलेगा. सत्र के दौरान एक ओर जहां सरकार का ध्यान ज्यादा से ज्यादा विधेयक पारित कराने की कोशिश में होगा तो वहीं विपक्ष सरकार को चीन के साथ सीमा विवाद से लेकर तमाम मुद्दों पर घेरते हुए दिखाई देगा.
दरअसल विपक्षी दलों ने आज से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के लिए पूरी तैयारी कर ली है. विपक्षी दल महंगाई, किसानों की समस्या, बेरोजगारी, पुरानी पेंशन बहाल करने की योजना, जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग, चीन के साथ सीमा स्थिति को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. इन मुद्दों में अहम मुद्दा पूर्वी लद्दाख में चीन से लगी सीमा की स्थिति और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग रहेगा. वहीं, इन मुद्दों पर सरकार और विपक्षी दलों के बीच टकराव होने की पूरी आशंका बनी हुई है.
सर्वदलीय बैठक में सरकार ने विपक्षी दलों से मांगा सहयोग...
वहीं, संसद सत्र से पहले सोमवार (5 दिसंबर) को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी जिसमें कांग्रेस से लेकर तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत 31 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया था. सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी दलों से ससंद के सुचारू कामकाज संचालित होने के लिए सहयोग मांगा.
देश में मुद्दे ही मुद्दे हैं- अधीर रंजन चौधरी
वहीं, इस बैठक के बाद कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि विपक्ष सदन में चर्चा करना चाहता है क्योंकि इस वक्त देश में मुद्दे ही मुद्दे हैं. सरकार को चर्चा के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि हम सरकार से मांग करेंगे कि बहु-राज्यीय सहकारी समितियां (संशोधन) विधेयक, 2022 और वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक को संसद की स्थायी समिति के पास भेजा जाए.
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