विदेश मंत्री जयशंकर ने खुले दिल से खोल दिए पाकिस्तान के लिए दरवाजे, बोले- बस एक ही शर्त है...
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत अपने दूसरे पड़ोसियों की तरह पाकिस्तान के साथ भी अच्छे रिश्ते चाहता है, लेकिन उसको भी हमारी मांग पर ध्यान देना होगा.
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने शुक्रवार (13 दिसंबर, 2024) को लोकसभा में कहा कि भारत दूसरे पड़ोसी मुल्कों की तरह पाकिस्तान के साथ भी अच्छे रिश्ते चाहता है, लेकिन हमें आतंकवाद मुक्त पड़ोसी चाहिए. पाकिस्तान और भारत के तनावपूर्ण रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में जयशंकर ने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर भारत का रुख एकदम साफ है और पाकिस्तान के सामने भी बार-बार ये बात रखी गई है. ये पाकिस्तानियों को दिखाना है कि वे अपने पुराने व्यवहार को बदल रहे हैं या नहीं अगर वे नहीं बदलते हैं तो इसका असर द्विपक्षीय रिश्तों पर पड़ेगा. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद नवीन जिंदल ने उनसे लोकसभा में पूछा था कि सरकार भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए क्या कर रही है.
नवीन जिंदल के सवालों पर जयशंकर ने कहा, 'पाकिस्तान के साथ रिश्तों को सुधारने की बात करें तो बाकी पड़ोसियों की तरह हम पाक के साथ भी अच्छे रिश्ते चाहते हैं, लेकिन दूसरे पड़ोसियों की तरह हम पाकिस्तान से भी ऐसे ही चाहते हैं कि आतंकवाद न हो. हमने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान अतीत में जो रवैया अपनाता आया है, वो उसको बदलना होगा और वो ऐसा नहीं करता है तो जाहिर सी बात है इसका असर रिश्तों पर पड़ेगा. तो इस मामले में बॉल पाकिस्तान के पाले में है और जो भी करना है वो उसको पता है.'
उन्होंने कहा कि भारत ने बार-बार पाकिस्तान के सामने क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म का मुद्दा उठाया और जोर देकर कहा कि आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते हैं. जयशंकर ने व्यापारिक रिश्ते खराब होने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि साल 2019 में उनकी सरकार ने ऐसे फैसले लिए जिनकी वजह से व्यवधान पैदा हुआ. ये ऐसा मामला है जिस पर उन्होंने शुरुआत की.