Parliament Winter Session Live: 'हम नहीं कर रहे रेलवे का निजीकरण, न फैलाएं फेक नैरेटिव', रेल मंत्री ने विपक्ष पर साधा निशाना
Parliament Winter Session Live: बुधवार को भी जेपी नड्डा ने राज्यसभा में सोरोस-कांग्रेस के बीच संबंध का जिक्र किया, इस पर खूब हंगामा हुआ. इसके बाद सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित की गई.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बोलते हुए कहा कि हम रेलवे का निजीकरण नहीं करने जा रहे हैं. विपक्ष इसे लेकर फेक नैरेटिव न फैलाए.
लोकसभा में सदन की कार्यवाही फिर से हुई शुरू. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रेलवे मंत्रालय की ओर से किए गए कामों की जानकारी दे रहे हैं.
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, "...अडानी मुद्दा कोई मुद्दा नहीं है. वह इस देश के नागरिक हैं. सोरोस इस देश के नागरिक नहीं हैं. वह देश में अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं. उन्होंने एशिया-प्रशांत में डेमोक्रेटिक लीडर्स के फोरम को फंड किया है, सोनिया गांधी वहां की सह-संस्थापक हैं. वह हमारे देश में अलगाववादियों और खालिस्तानियों को फंड करते हैं... वह भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारना चाहते हैं. उनके कांग्रेस नेताओं से संबंध हैं... इस बारे में चर्चा को रोकने के लिए विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव ला रहा है..."
लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित.
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, "विपक्ष अपने संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करने में विफल होता दिख रहा है. वे संसद से अप्रासंगिक मुद्दों को उठाते हैं और उस पर हंगामा करते हैं. इंडिया अलायंस के सदस्य टूट रहे हैं, उन्हें एकजुट रखने के लिए कांग्रेस अलग-अलग मुद्दे लेकर आ रही है और वे इस कोशिश में संसद को चलने नहीं दे रहे हैं. विपक्ष में जनता के प्रति जवाबदेही की भावना गायब है... सोरोस का मुद्दा देश के बारे में है और कैसे वे देश में अस्थिरता पैदा करने के लिए फर्जी नैरेटिव चलाते हैं... और उनके संबंध विपक्षी नेताओं से दिखाई देते हैं. इसलिए, देश की संप्रभुता के लिए इस पर चर्चा जरूरी है, लेकिन विपक्ष इस विषय पर चर्चा से बचने के लिए बेतरतीब मुद्दे उठा रहा है..."
अविश्वास प्रस्ताव पर बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन और भाजपा के राज्यसभा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने कहा, "संवैधानिक सवाल उठेगा क्योंकि वह सिर्फ राज्यसभा के अध्यक्ष ही नहीं हैं बल्कि देश के उपराष्ट्रपति भी हैं. वह अपने पद के कारण राज्यसभा के अध्यक्ष हैं... हम देखेंगे कि विपक्ष की ओर से लाए गए प्रस्ताव पर क्या होता है... उनका एकमात्र उद्देश्य संसद का समय बर्बाद करना है. वे नहीं चाहते कि कुछ रचनात्मक हो, इसलिए वे अलग-अलग मुद्दे उठा रहे हैं."
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, "मुझे लगता है कि सत्तारूढ़ सरकार संविधान पर चर्चा नहीं करना चाहती. मैं किरेन रिजिजू से पूछना चाहता हूं कि क्या आप उपराष्ट्रपति पद को जाति और धर्म से परिभाषित करेंगे? आप राज्यसभा में विपक्ष के नेता को बोलने नहीं देते क्योंकि वह दलित समुदाय से आते हैं? मैं भाजपा सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाता हूं."
विपक्ष के हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित. अब 12 नवंबर को सुबह 11 बजे से शुरू होगी कार्यवाही.
बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से सोरोस और सोनिया गांधी के संबंधों पर चर्चा की मांग की. इस पर विपक्ष के सांसदों ने फिर से हंगामा शुरू किया.
राज्यसभा में उपसभापति ने प्रश्नकाल शुरू करने का आह्वान किया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक बार फिर से सोरोस और सोनिया गांधी के संबंध का मुद्दा उठाया.
राज्यसभा की कार्यवाही फिर से हुई शुरू.
राज्यसभा के सभापति के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने कहा, "...एनडीए राष्ट्रीय आपदा गठबंधन है. इनका एक ही उद्देश्य है- सदन में कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए. राज्यसभा में टीएमसी ने महंगाई और खाद की बढ़ती कीमतों पर दो नोटिस दिए. संसदीय कार्य मंत्री को शर्म आनी चाहिए कि वे संसद नहीं चला पा रहे हैं. हम लगातार कह रहे हैं कि संसद चलनी चाहिए..."
कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कहा, "...भाजपा सरकार ने संसद को 'लाजवंती' बना दिया है. अडानी का नाम आते ही सदन स्थगित हो जाता है. हम संसदीय मर्यादा का पालन करते हुए राष्ट्रीय ध्वज वितरित कर रहे हैं."
अविश्वास प्रस्ताव पर सीपीआई सांसद पी. संदोष कुमार ने कहा, "यह बहुमत या अल्पमत का सवाल नहीं है. मुद्दा यह है कि हम राज्यसभा के सभापति के खिलाफ ऐसा प्रस्ताव लाने के लिए इसलिए बाध्य हैं क्योंकि यह स्पष्ट है कि वह सत्ताधारी मोर्चे की मदद कर रहे थे और सभी लोकतांत्रिक मानदंडों का उल्लंघन किया गया. राज्यसभा के चेयरमैन का एकतरफा दृष्टिकोण, हमेशा सत्ताधारी मोर्चे की मदद करना और विपक्ष के वास्तविक अधिकारों को नकारना, ये गलत है. उन्हें किसी भी मोर्चे का हिस्सा नहीं होना चाहिए."
कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा, "हमने संसद परिसर में बीजेपी सांसदों को राष्ट्रीय ध्वज बांटा है और उनसे अनुरोध किया है कि वे देश को न बेचें और देश को आगे ले जाएं. दुर्भाग्य से, हम देख रहे हैं कि अडानी इन दिनों देश चला रहे हैं... सब कुछ उन्हें दिया जा रहा है और गरीबों की आवाज को दबाया जा रहा है. हम देश को बेचने की साजिश के खिलाफ हैं."
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, "सरकार को सदन में आना चाहिए और इस पर खुलकर बहस करनी चाहिए. हमने सरकार को भरोसा दिलाया है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर हम उसके साथ खड़े हैं. विदेश सचिव के बांग्लादेश दौरे के बाद उम्मीद है कि स्थिति में सुधार होगा..."
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "विपक्ष मुझे बोलने नहीं दे रहा है. यह चौथा दिन है जब मेरा शून्यकाल बर्बाद हुआ है. वे मेरी आवाज दबा रहे हैं. मैंने विपक्ष को इतना नीचे गिरते हुए कभी नहीं देखा." विपक्ष की ओर से गुलाब बांटे जाने पर वे कहते हैं, "क्या यह नाटक नहीं है जो वे यहां कर रहे हैं? ये बचकाना तरीका है. राजीव गांधी और सोनिया गांधी भी विपक्ष के नेता रहे हैं, लेकिन क्या उन्हें कभी इस तरह के वीडियो बनाते देखा गया? ये बच्चे हैं."
लोकसभा में अश्विनी वैष्णव प्रश्नकाल के तहत रेलवे से जुड़े सवालों के जवाब दे रहे हैं.
राज्यसभा की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे के बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित.
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और जॉर्ज सोरोस के सीधे संबंधों को लेकर कांग्रेस पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू जमकर बरसे.
प्रश्नकाल में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव महाराष्ट्र से निर्दलीय सांसद के सवाल का जवाब दे रहे हैं.
लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई.
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा, "... इतिहास में पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है. उन्होंने हमारे लिए कोई विकल्प नहीं छोड़ा है. ऐसा लग रहा है कि वे सत्ता पक्ष के सदस्यों को खड़ा करके शोर मचा रहे हैं ताकि सदन स्थगित हो जाए. विपक्ष को थोड़ा सम्मान देना चाहिए. उन्हें बहस का मौका दिया जाना चाहिए. बहुत सारे मुद्दे हैं, लेकिन वे नहीं चाहते कि सदन चले."
विपक्ष ने सरकार के खिलाफ संसद के बाहर प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद रहे.
आप सांसद संजय सिंह ने दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन नोटिस दिया.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा के निशिकांत दुबे की 'अपमानजनक' टिप्पणियों को हटाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा.
बैकग्राउंड
Parliament Winter Session Live Updates: संसद के शीतकालीन सत्र में हंगामे का दौर जारी है. मंगलवार (10 दिसंबर 2024) को विपक्ष के हंगामे के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी. कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार (11 दिसंबर) को भी देखने को मिला. पहले किरेन रिजिजू और फिर जेपी नड्डा की ओर से राज्यसभा में जैसे ही जॉर्ज सोरोस और सोनिया गांधी के संबंधों का मुद्दा उठाया गया, वैसे ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.
वहीं, लोकसभा की कार्यवाही बुधवार को चलती रही. प्रश्नकाल में बिना किसी हंगामे के सांसद सवाल पूछते रहे. केंद्रीय मंत्रियों ने सांसदों के सवालों के जवाब दिए. सुबह करीब 11:30 बजे पीएम मोदी भी सदन में पहुंचे।
बीजेपी सोरोस के मुद्दे पर आक्रमक
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पिछले तीन दिनों से जॉर्ज सोरोस और सोनिया गांधी के सीधे संबंध का मुद्दा उठाया जा रहा है. कांग्रेस पर देश विरोधी ताकतों के साथ मिलने का आरोप लगाकर बीजेपी इस पर चर्चा की मांग कर रही है. मंगलवार को राज्यसभा में बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इन आरोपों को फिर दोहराया. इसके बाद विपक्षी सांसद जमकर हंगामा करने लगे और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
इंडिया गठबंधन अडानी मुद्दे पर कायम
बीजेपी से अलग विपक्ष अडानी रिश्वतकांड पर सरकार को घेर रही है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इस मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर विपक्ष लगातार विरोध प्रदर्शन भी कर रहा है. इसकी वजह से भी कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित हो चुकी है. वहीं बीजेपी के आरोपों को भी कांग्रेस इसी से जोड़ रही है. कांग्रेस का कहना है कि सरकार अडानी मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए जॉर्ज सोरोस का मुद्दा उठा रही है.
बता दें कि राज्यसभा में सदन के नेता जे.पी. नड्डा ने मंगलवार को कांग्रेस पर भारत को अस्थिर करने के लिए सोरोस के साथ साजिश रचने का आरोप लगाया था. इस पर विपक्षी सदस्यों ने जवाब की मांग करते हुए शोरगुल मचाया और नारे लगाए. यह पहली बार था जब भाजपा ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की मौजूदगी में इस मुद्दे को उठाया. कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी ने आरोपों को खारिज कर दिया, इसके बजाय अडानी मुद्दे पर चर्चा की मांग की. इसके अलावा विपक्ष ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को हटाने की मांग करते हुए भी कार्यवाही को बाधित करना जारी रखा.
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