Parliament Winter Session Live: 'आज देश की सीमा सुरक्षित नहीं, सिकुड़ रहे हमारे बॉर्डर', संसद में अखिलेश यादव का केंद्र पर निशाना
Parliament Winter Session Live: लोकसभा में संविधान पर बहस की शुरुआत BJP के राजनाथ सिंह तो राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह करेंगे. वहीं विपक्ष की ओर से प्रियंका गांधी सबसे पहले बोलने की संभावना है.
सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "मैं जनता को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने बीजेपी के 400 पार के नारे को गिरा दिया. अगर बीजेपी उतनी सीट ले आती तो संविधान को बदल देती."
सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "हिरासत में मौत के मामलो में उत्तर प्रदेश नंबर वन हो रहा है. डबल इंजन की सरकार में अब डिब्बे भी टकराने लगे हैं. यूपी में कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है."
अखिलेश यादव ने कहा, "जो हालात अभी उत्तर प्रदेश में है, वैसे हालत कभी किसी ने नहीं देखी होगी. लोगों को न्याय के लिए आत्मदाह करना पड़ रहा है तो हम किस दिशा में जा रहे हैं."
लोकसभा में सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "देश की मस्जिद के नीचे मंदिर खोजने वाले देश का शांत नहीं रहने देना चाहते हैं. देश के 60 फीसदी लोग गरीब हैं."
जाति जनगणना पर अखिलेश यादव न कहा, "हमें मौका मिला तो हम जाति जनगणना कराएंगे. इससे भेदभाव नहीं बढ़ेगा, बल्कि कम होगा. हम जाति जनगणना के पक्ष हैं. ये नहीं करा पाए तो हम कराएंगे."
यूपी उपचुनाव का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "यूपी में लोगों को वोट डालने से रोका गया. पुलिस ने रिवॉल्वर दिखाकर वोट डालने से रोका."
सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "देश में अल्पसंख्यक को दूसरे दर्ज का नागरीक बनाया जा रहा है. खासकर मुसलमानों को डराया जा रहा है, उनके घर तोड़े जा रहे हैं."
कई जगहों पर हमारी सीमा सिकुड़ रही है. लद्दाख की तरफ अभी दोनों देशों की सेना सीमा से पीछे हटी है. आज देश की सीमा सुरक्षित नहीं है.
लोकसभा में सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "संविधान की वजह से देश एकजुट है. संविधान निर्माताओं का नमन. संविधान ही हमारी ढ़ाल और सुरक्षा है."
लोकसभा में प्रियंका गांधी ने कहा, "ये देश कायरों के हाथ में ज्यादा देर नहीं रहेगा, ये देश उठेगा. भय फैलाने वाले आज खुद भय में हैं."
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, "पहले राजा भेष बदल कर आलोचना सुनने जाते थे. आज पीएम भेष तो बदल रहे हैं, लेकिन जनता के बीच जाने की हिम्मत नहीं हैं."
वायनाड सांसद ने कहा, "देश में आज डर का माहौल है. देश में ऐसा माहौल अंग्रेजों के राज में था. भय फैलाने के लिए केंद्र सरकार आज चर्चा से डर रही है."
प्रियंका गांधी ने कहा, "भारत का संविधान संघ का विधान नहीं है. ये देश है और एक रहेगा. आज फर्जी मुकदमें लगाए जा रहे हैं. विपक्षी नेताओं को जेल में डाला जाता है. इस सरकार ने किसी को नहीं छोड़ा है."
प्रियंका गांधी ने कहा, "पूरे देश की जनता जानती है कि बीजेपी के पास वॉशिंग मशीन है. मेरे कई ऐसे साथ हैं जो मेरी तरफ होते थे आज उस तरफ चले गए. पीएम मोदी संविधान के किताब को माथे पर लगाते हैं और मणिपुर पर उनके माथे पर शिकन भी नहीं आती है."
वायनाड सांसद प्रियंका गांधी ने कहा, "इस सरकार ने आर्थिक न्याय का कवच तोड़ दिया है. जो गरीब है वो और भी गरीब होता जा रहा है और अमीर लोग और अमीर होते जा रहे हैं."
लोकसभा में प्रियंका गांधी ने कहा, "इस देश का किसान भगवान भरोसे है. जितने भी कानून हैं वो उद्योगपति के लिए बन रहा है. पूरे देश का किसान इस समय दुखी है."
संसद में प्रियंका गांधी ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि नीति बनाने के लिए ऐसा करना जरूरी है.
लोकसभा में प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "अगर ये लोग पूर्ण बहुमत से आते तो संविधान बदल देते."
प्रियंका गांधी ने कहा, "मैंनें संविधान की ज्योत को जलते देखा है. हमारा संविधान अभिव्यक्ति की आजादी का कवच है. सत्ता पक्ष ने 10 सालों में ये सुरक्षा कवच तोड़ने का प्रयास किया. संविधान समाजिक, आर्थिक न्याय का वादा है. ये सरकार आरक्षण को खत्म करने में लगी हुई है."
प्रियंका गांधी उन्नाव की घटना का जिक्र करते हुए कहा, उन्नाव में मैं एक रेप पड़िता के घर गई थी. उस जलाकर मार डाला था. उसकी उम्र 20-21 साल थी. मैं उस बच्ची के पिता से मिली, उनके खेत जलाए गए, भाई को पीटा गया."
लोकसभा में पहली बार कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी बोल रही हैं. उन्होंने कहा कि भारत में संवाद, चर्चा की परंपरा है. स्वतंत्रता आंदोलन से जो आवाज निकली वहीं हमारा संविधान है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस कितनी भी कोशिश कर ले, हम संविधान के मूल चरित्र में बदलाव नहीं करने देंगे. हमने पहले भी इसका विरोध किया है और आगे भी करेंगे. कांग्रेस ने कभी संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान नहीं किया. कांग्रेस के नेताओं को जब जब संविधान या सत्ता में से किसी एक को चुनना था तब उन्होंने सत्ता को चुना है.
राजनाथ सिंह ने अपने भाषण के दौरान कांग्रेस पर दुर्भावना के साथ संविधान में बदलाव करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि अधिकतर बदलाव विरोधियों को चुप कराने या गलत नीतियों को लागू करने के लिए किए गए.
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "हमारे पूर्वजों की ओर से संविधान सभा में की गई बहस का स्तर बहुत ऊंचा था. उन्होंने मौलिक अधिकारों, धार्मिक अल्पसंख्यकों, अस्पृश्यता, समान नागरिक संहिता के बारे में बात की थी. मुझे उम्मीद है कि आज संसद में भी बहस का स्तर ऊंचा होगा और इस पर अच्छी चर्चा होगी."
लोकसभा में आज संविधान पर बहस को लेकर आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, "...ऐसे समय में जब संविधान पर हमला हो रहा है, भारत के संविधान पर चर्चा होना बहुत अच्छी बात है."
अपने भाषण के दौरान राजनाथ सिंह ने संविधान के निर्माण में योगदान देने वाली संविधान सभा की महिला सदस्यों को भी याद किया.
राजनाथ सिंह ने संविधान पर बहस के दौरान कांग्रेस पर हमला किया. उन्होंने कहा कि संविधान को एक पार्टी की देन के रूप में हाइजैक किया गया. यह किसी एक पार्टी की देन नहीं है, बल्कि यह पूरे देश का है.
संविधान पर बहस के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा संविधान भारत के गौरव को फिर से स्थापित करने का रोडमैप भी है.
आज लोकसभा में संविधान पर होने वाली बहस पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, "यह बहुत महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह सभी सांसदों के लिए संविधान के 75 साल के कामकाज की समीक्षा करने का एक शानदार अवसर है. इसने देश को कैसे प्रभावित किया है?... यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बहस है."
'एक राष्ट्र, एक चुनाव पर', उन्होंने कहा कि यह एक कारण है कि भले ही हमने 1952 में एक राष्ट्र एक चुनाव के साथ शुरुआत की थी, लेकिन अब हमारे पास यह नहीं है. जब कोई लोकसभा या विधानसभा में गठबंधन अपना बहुमत खो देता है, तो सरकारें अलग-अलग समय पर गिरती और उठती हैं. संसदीय लोकतंत्र में, आप एक कैलेंडर तय करने की कोशिश नहीं कर सकते... एक राष्ट्र एक चुनाव पर बहुत गंभीर चर्चा की जरूरत है."
'एक राष्ट्र एक चुनाव' विधेयक को लेकर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने पहले ही अपना रुख साफ कर दिया है क्योंकि यह संघवाद पर हमला है और संसद में चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा होनी चाहिए." लोकसभा में आज संविधान पर होने वाली बहस पर उन्होंने कहा, "कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण में भाग लेंगी."
राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित. अब सोमवार को शुरू होगी कार्यवाही.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति पर फिर लगाया पक्षपात का आरोप. कहा, आप बीजेपी के सांसदों को बोलने का मौका दे रहे हैं, जबकि कांग्रेस को नहीं. हम यहां आपकी तारीफ सुनने नहीं आए हैं.
राज्यसभा में हंगामे के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस से कहा, "आप लोगों को 24 घंटे एक ही काम है. आप लोगों को पीड़ा होती है कि इस कुर्सी पर एक किसान का बेटा कैसे बैठा है. मैं देश के लिए जान दे दूंगा लेकिन झुकूंगा नहीं."
राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद प्रमोद तिवारी ने किया मल्लिकार्जुन खरगे का बचाव. बीजेपी पर भी किया हमला. राज्यसभा में हंगामा जारी.
राज्य सभा में एक बार फिर से अविश्वास प्रस्ताव का मुद्दा उठा. बीजेपी के सांसद राधा मोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि ये नोटिस नियमों के खिलाफ है. 14 दिनों का नोटिस देना ज़रूरी होता है. नेहरू जी राष्ट्रपति को अपमानित करने का काम करते रहे, उनको दवा नहीं मिली, उनकी मौत पर भी उस दौरान सर्वपल्ली राधा कृष्णन को वहां जाने से मना किया. जब नोटिस दिया था तो इंतजार करना चाहिए था. खरगे ने बाहर जाकर आरोप लगाए. राधा मोहन अग्रवाल ने खरगे पर भी हमला किया.
कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा अध्यक्ष से कांग्रेस नेताओं पर निशिकांत दुबे की अपमानजनक टिप्पणियों को हटाने का आग्रह किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने 2001 संसद हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने कहा, "उनका बलिदान हमारे राष्ट्र को सदैव प्रेरित करेगा."
आप सांसद संजय सिंह ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए राज्यसभा में कार्य स्थगन प्रस्ताव रखा.
लोकसभा में प्रश्नकाल शुरू. अमरोहा से बीजेपी सांसद कंवर सिंह तंवर ने टीबी उन्मूलन को लेकर पूछा सवाल.
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू. लोकसभा में स्पीकर ने संसद हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी.
वन नेशन वन इलेक्शन पर कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, "मैंने सुना है कि वन नेशन वन इलेक्शन को समिति के पास भेजा जाएगा. वन नेशन वन इलेक्शन पर चर्चा जरूरी है. मुझे नहीं लगता कि इससे (वन नेशन वन इलेक्शन) हर दिन चुनाव न कराने का लक्ष्य हासिल होगा क्योंकि विधानसभाएं भंग हो जाएंगी. जब तक यह प्रावधान नहीं होगा कि विधानसभाएं पांच साल तक भंग नहीं होंगी, वन नेशन वन इलेक्शन का कोई मतलब नहीं है..." लोकसभा में आज संविधान पर हुई बहस पर उन्होंने कहा, "संविधान पर चर्चा बहुत जरूरी है क्योंकि संविधान खतरे में है...देश और विपक्ष इससे चिंतित हैं."
संविधान पर बहस से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "कई असंवैधानिक चीजें चल रही हैं."
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, "...'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को लागू करने में बहुत समय लगेगा. भारतीय संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित हो चुका है, लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है. एक राष्ट्र एक चुनाव 2029 से पहले लागू नहीं होगा, यह 2031 में लागू हो सकता है. एक राष्ट्र एक चुनाव के फायदे भी हैं और नुकसान भी..."
लोकसभा में आज संविधान पर बहस पर उन्होंने कहा, "हम विश्लेषण करेंगे कि सरकार संविधान में लिखी बातों के अनुसार काम कर रही है या नहीं. संविधान के मूल मूल्यों के अनुसार काम नहीं हो रहा है, जबकि भाजपा आपातकाल की बात करेगी."
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी कहते हैं, "...यहां तक कि भाजपा के पास लोकसभा या राज्यसभा में दो तिहाई सीटें भी नहीं हैं... मुझे समझ में नहीं आता कि रामनाथ कोविंद किस आधार पर कह रहे हैं कि एक राष्ट्र एक चुनाव से जीडीपी 1.5% बढ़ेगी. मैं उन्हें अच्छी तरह जानता हूं. वह अर्थशास्त्री नहीं हैं..."
बैकग्राउंड
Parliament Winter Session Live Updates: संसद के शीतकालीन सत्र का आज (13 दिसंबर 2024) 15वां दिन है. आज संसद के दोनों सदनों में सप्ताह भर से चल रहा गतिरोध खतम होने की संभावना है. दरअसल, केंद्र और विपक्ष आज संविधान पर विशेष बहस के लिए तैयार हैं.
बता दें कि इससे पहले संसद के 12-13 दिन पहले कांग्रेस की ओर से अडानी विवाद पर गहन चर्चा पर जोर देने और फिर बीजेपी की तरफ से जॉर्ज सोरोस के साथ सोनिया गांधी के कथित संबंधों को लेकर किए हंगामे के कारण बेकार चले गए. फिलहाल आज और कल लोकसभा में संविधान पर बहस होगी, जबकि सोमवार और मंगलवार को राज्यसभा में.
क्यों हो रही संविदान पर बहस?
संविधान को अपनाए जाने के 75वें वर्ष की शुरुआत के अवसर पर आज संविधान पर बहस होनी है. संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 को भारत के संविधान को अपनाया था और यह 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, लेकिन 2015 से 26 नवंबर को हर साल भारत के संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है. संविधान सभा, जो भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली संस्था है, ने 9 दिसंबर, 1946 को अपना पहला सत्र आयोजित किया, जिसमें 207 सदस्यों ने भाग लिया. शुरुआत में, सभा में 389 सदस्य थे, लेकिन स्वतंत्रता और भारत के विभाजन के बाद, सदस्यों की संख्या घटकर 299 रह गई थी. संविधान का मसौदा तैयार करने में सभा को तीन साल से ज़्यादा का समय लगा, जिसमें सिर्फ़ मसौदे की विषय-वस्तु पर विचार करने में 114 दिन से ज़्यादा का समय लगा.
लोकसभा में कौन करेगा शुरुआत?
लोकसभा में संविधान पर बहस की शुरुआत बीजेपी के सीनियर नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे, वहीं राज्यसभा में बहस की शुरुआत गृह मंत्री अमित शाह करेंगे. इन सबसे अलग विपक्ष की ओर से प्रियंका गांधी के सबसे पहले बोलने यानी विपक्ष के खेमे से सबसे पहले बहस करने की संभावना है. सांसद चुने जाने के बाद प्रियंका का यह संसद में पहला भाषण होगा.
ये विधेयक होंगे पेश
वहीं दूसरी तरफ संसद के उच्च सदन राज्यसभा में आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कर्मचारियों के अधिकारों का संरक्षण) विधेयक, 2023, डीपफेक रोकथाम और अपराधीकरण विधेयक, 2023, संविधान (संशोधन) विधेयक, 2024 (अनुच्छेद 368 का संशोधन), विशेष विवाह (संशोधन) विधेयक, 2024 पेश किया जाएगा.
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