Mahua Moitra Expulsion Report Highlights: कैश फॉर क्वेरी मामले में महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द, लोकसभा से पास हुआ प्रस्ताव
Mahua Moitra Expelled From Lok Sabha Highlights: कैश फॉर क्वेरी मामले में महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द हो गई है. लोकसभा में चर्चा के बाद इस संबंध में प्रस्ताव पारित हुआ है.
तृणमूल कांग्रेस की चीफ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम महुआ मोइत्रा के साथ हैं. ये गणतंत्र के अधिकारो का हनन है. मुझे लगा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस बात पर सही रवैया होगा, लेकिन ऐसा नहीं है. ये पूरे संसद के लिए दुख भरा दिन है.
महुआ मोइत्रा ने लोकसबा से निष्कासित होने पर कहा कि मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं थे, लेकिन फिर भी कंगारू कोर्ट ने ये फैसला लिया क्योंकि मोदी सरकार के लिए अडानी ग्रुप जरूरी है.
सांसद जॉन ब्रिटास ने कहा कि मोदी सरकार को घेरने वाली महुआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द कर दी गई है. ये सही नहीं है.
महुआ मोइत्रा के समर्थन में तमाम विपक्षी सांसद सांसद भवन के बाहर आ गए हैं. इसमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल है.
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि लोकसभा की कार्यवाही सोमवार (11 दिसंबर) की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी जा रही है.
महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लोकसभा में स्वीकार कर लिया गया है.
हुआ मोइत्रा मामले में लोकसभा में वोटिंग हो रही है. एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर चर्चा के बाद वोटिंग हो रही है.
सवाल पूछने के बदले लेने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर बीजेपी की सांसद अपराजिता सांरगी ने कहा कि विपक्ष से सवाल है कि उन्होंने (महुआ मोइत्रा) ने जो किया वो सही था या गलत. तीन बैठक हुई और इसमें महुआ मोइत्रा को समय दिया गया. मीटिंग के दौरान मोइत्रा ने बदतमीजी की.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सभी सांसदों से अनुरोध करता हूं कि वो प्रश्न खुद बनाएं और डालें. हमारे प्रश्न को कोई और नहीं बना सकता और डाल सकता. आपके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. ऑन रिकॉर्ड आप कह रहे हैं (जेडीयू सांसद ने कहा है कि हमारा प्रश्न पीए बनाता है) मैं संसद की गरिमा को नहीं गिरने दूंगा.
जेडीयू सांसद गिरिधारी यादव ने कहा कि बीजेपी मनुस्मृति लागू करना चाहती है. देश में लोकतंत्र है. ऐसे में इसका गला मत दबाओ.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने महुआ मोइत्रा को एथिक्स कमेटी की सिफारिश पर सदन में बोलने की अनुमति नहीं दी. उन्होंने कहा कि उन्हें पैनल मीटिंग में मौका मिला था.
महुआ मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर लोकसभा में चर्चा जारी है. इस चर्चा का टीएमसी ने कड़ा विरोध किया. पार्टी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि संविधान का उल्लंघन हो रहा है. महुआ मोइत्रा को बोलने का मौका मिलना चाहिए.
टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा पर चर्चा को लेकर नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मैंने आपको चिट्ठी भी लिखी है. आप गलत प्रथा नहीं रचिए.
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने महुआ मोइत्रा का बचाव करते हुए कहा कि उनके साथ जो भी हो रहा है वह प्राकृतिक न्याय के खिलाफ है. ये गलत हो रहा है.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला बोले- हम महुआ मोइत्रा पर एथिक्स कमेटी रिपोर्ट पर आधे घंटे की चर्चा करने की अनुमति देता हूं. साथ ही मैं साथी सदस्यों से अपील करता हूं कि वे चर्चा के दौरान सदन की मर्यादा बनाए रखें.
महुआ मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स रिपोर्ट को लेकर निशिकांत दुबे ने कहा कि एथिक्स रिपोर्ट में क्या है इसको पढ़ने के बाद ही उसके बारे में बता पाऊंगा. जब लोकसभा में रिपोर्ट पेश होगी तो वो आम आदमी तक भी पहुंचेगी. मैं साधारण आदमी हूं, स्पीकर साहब क्या करेंगे ये उनको पता होगा.
लोकसभा में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश होने के बाद TMC सांसद महुआ मोइत्रा संसद से बाहर निकलीं. उन्होंने कहा, मुझे अभी तक यह रिपोर्ट नहीं मिली है. मैं अभी लंच करने जा रही हूं, मैं लंच करके जब वापस आऊंगी तो देखुंगी. जो होगा वह 2 बजे के बाद होगा.
पहले यह रिपोर्ट चार दिसंबर को लोकसभा में पेश किये जाने के लिए सदन की कार्यसूची में सूचीबद्ध थी. कुछ विपक्षी सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया है कि महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने पर फैसला लिये जाने से पहले समिति की सिफारिशों पर सदन में विस्तार से चर्चा होनी चाहिए.
लोकसभा की आचार समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने सदन के पटल पर वह रिपोर्ट रखी जिसमें तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की गई है
बैकग्राउंड
Parliament Winter Session Highlights: लोकसभा में ‘पैसे लेकर सवाल पूछने’ के मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश वाली आचार समिति की रिपोर्ट शुक्रवार को निचले सदन में पेश की गई. पहले यह रिपोर्ट चार दिसंबर को लोकसभा में पेश किये जाने के लिए सदन की कार्यसूची में सूचीबद्ध थी. कुछ विपक्षी सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया है कि महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने पर फैसला लिये जाने से पहले समिति की सिफारिशों पर सदन में विस्तार से चर्चा होनी चाहिए.
बसपा सांसद दानिश अली ने कहा, ‘यदि रिपोर्ट प्रस्तुत की जाती है तो हम विस्तृत चर्चा कराने पर जोर देंगे. रिपोर्ट का मसौदा तो ढाई मिनट में ही स्वीकार कर लिया गया था.’’ बीजेपी सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली आचार समिति ने गत नौ नवंबर को अपनी एक बैठक में मोइत्रा को ‘पैसे लेकर सदन में सवाल पूछने’ के आरोपों में लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश वाली रिपोर्ट को स्वीकार किया था.
समिति के छह सदस्यों ने रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया था. इनमें कांग्रेस से निलंबित सांसद परणीत कौर भी शामिल थीं. समिति के चार विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट पर असहमति नोट दिए थे. विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट को ‘फिक्स्ड मैच’ करार देते हुए कहा था कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की जिस शिकायत पर समिति ने विचार किया, उसके समर्थन में ‘सबूत का एक टुकड़ा’ भी नहीं था. यदि सदन समिति की सिफारिश के पक्ष में मतदान करता है तो मोइत्रा को सदन से बर्खास्त किया जा सकता है.
आज यह रिपोर्ट पेश किये जाने के दौरान सदन में इंडिया गठबंधन के सांसदों ने खूब हंगामा किया. उन्होंने कहा, एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर चर्चा नहीं होने दी साथ ही उन्होंने कहा, सरकार विपक्षी सांसदों को ऐसी रिपोर्ट के जरिए दबाना चाहती है. महुआ मोइत्रा पर आरोप हैं कि उन्होंने पैसे लेकर सवाल पूछे थे.
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