Parliament Winter Session Live: अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी पर भड़का विपक्ष, नहीं चलने दी संसद, कहा- माफी मांगें गृह मंत्री
Parliament Winter Session Live: कांग्रेस ने अमित शाह के बयान की निंदा करते हुए माफी की मांग की है. इसे लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी केंद्रीय गृह मंत्री पर हमला बोला है.
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित. अब गुरुवार यानी 19 दिसंबर को सुबह 11 बजे दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होगी.
विपक्ष के हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित.
विपक्ष के हंगामे के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू सफाई दे रहे हैं. रिजिजू ने कहा कि अमित शाह ने बाबा साहेब का अपमान नहीं कि्या. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने उनके जिंदा रहते कभी उनका सम्मान नहीं किया.
राज्यसभा में जीरो आवर्स के तहत चर्चा चल रही है, लेकिन विपक्ष ने अमित शाह के बयान को लेकर हंगामा शुरू किया.
विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित.
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू.
आप सांसद मलविंदर सिंह कंग ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है और किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल पर चर्चा की मांग की है जो किसानों के मुद्दों को लेकर पिछले 22 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं.
संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "कल यह स्पष्ट हो गया कि कौन किसका अपमान करता है. कल गृह मंत्री ने डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया. उन्होंने कहा कि आप लोग अंबेडकर... अंबेडकर जपते रहते हैं, इसकी जगह भगवान का नाम लेते तो अच्छा होता', यह डॉ. अंबेडकर का अपमान नहीं तो और क्या है?"
शिवसेना (UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा सरकार के पास एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक को JPC को भेजने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. पीटीआई से बातचीत में उन्होंने कहा, "वे यह भी जानते हैं कि उनके पास दो-तिहाई बहुमत नहीं है. 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के प्रति प्रतिबद्धता की कोई भावना नहीं है. यह संविधान विरोधी, संघवाद विरोधी, मतदाता विरोधी है. मुझे लगता है कि भाजपा के लिए इस पर मंजूरी पाना मुश्किल काम होगा."
'एक राष्ट्र एक चुनाव' विधेयक को लोकसभा में बहुमत नहीं मिलने पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भाजपा सांसदों की अनुपस्थिति पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि भाजपा देश में बहुदलीय व्यवस्था को नष्ट करना चाहती है. जैसे ही इसे लोकसभा में पेश किया गया, यह स्पष्ट हो गया कि इसे पारित नहीं किया जा सकता. इसे पारित कराने के लिए 360 सांसदों की आवश्यकता है, लेकिन उनके (एनडीए) कुल संख्याबल के 20 सांसद अनुपस्थित थे, क्योंकि यह देश के लिए घातक है. आप संविधान की आत्मा पर प्रहार कर रहे हैं. आप संघीय ढांचे को तोड़ना चाहते हैं...आप छोटी पार्टियों को खत्म करने की तैयारी कर रहे हैं. 7-10 साल में छोटी पार्टियां खत्म हो जाएंगी.
कांग्रेस सांसद विजय वसंत ने मनरेगा मजदूरी में असमानताओं पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया.
बैकग्राउंड
Parliament Winter Session Live Updates: राज्यसभा में मंगलवार (17 दिसंबर 2024) को संविधान पर बहस के समापन के बाद, आज सुबह 11 बजे दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. लोकसभा में विपक्ष के हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
कुछ देर बाद ही राज्यसभा की कार्यवाही भी हंगामे के कारण दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई. दोपहर 2 बजे के साद जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष ने फिर हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद सभापति ने कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी. अब गुरुवार को 11 बजे से सदन की कार्यवाही शुरू होगी. दरअसल, संविधान पर बहस के दौरान अमित शाह की ओर से राज्यसभा में अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी और शाह पर हमला बोल रही है. इस मुद्दे पर लोकसभा में कांग्रेस ने चर्चा के लिए नोटिस दिया है.
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने डॉ. बीआर अंबेडकर के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है. अपने नोटिस में श्री टैगोर ने लिखा, "उन्होंने (अमित शाह ने) डॉ. अंबेडकर को लेकर यह बयान देकर उनके महान योगदान को और भी महत्वहीन कर दिया है. यह ईशनिंदा वाला बयान भारतीय संविधान के निर्माण में डॉ. अंबेडकर की महत्वपूर्ण भूमिका को कमतर आंकने का एक प्रयास है. कांग्रेस पार्टी ने सदन से इस अपमान के खिलाफ एक मजबूत रुख अपनाने का आग्रह किया है और बिना शर्त माफी की मांग की है.
इन विधेयकों पर होगी चर्चा
आज लोकसभा में कई विधेयकों पर विचार किया जाएगा. इनमें गोवा राज्य के विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का पुनर्समायोजन विधेयक 2024, समुद्री मार्ग से माल ढुलाई विधेयक 2024, लदान बिल विधेयक 2024 और तेल क्षेत्र (विनियमन और विकास) संशोधन विधेयक 2024 शामिल हैं. वहीं, दूसरी तरफ राज्यसभा में सदस्य बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक, 2024 और आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2024 पर चर्चा करेंगे.
इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान कई मुद्दों पर कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार पर निशाना साधा. अमित शाह ने कहा, "उन्होंने (कांग्रेस ने) नेहरू-गांधी परिवार की प्रशंसा करने के अलावा कुछ नहीं किया."
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