नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष दलों में सबसे मुखर रहे शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और बीजू जनता दल (बीजेडी) की तारीफ की है. पीएम मोदी ने कहा, ''मैं एनसीपी और बीजेडी दोनों दलों की तारीफ करता हूं. दोनों दलों ने संसदीय मानदंडों का कड़ाई से पालन किया है. उन्होंने अपनी बातों को बहुत प्रभावी ढंग से उठाया है. मेरे सहित अन्य दलों को उनसे सीख लेनी चाहिए.'' उन्होंने राज्यसभा सदस्यों को सुझाव दिया कि हमें ‘‘रूकावट के बजाय संवाद का रास्ता चुनना चाहिए.’’


प्रधानमंत्री मोदी ने एनसीपी की तारीफ ऐसे समय में की है जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शरद पवार से महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए संपर्क किया है. बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद शिवसेना ने यह कदम उठाया. इस संदर्भ में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से चर्चा के लिए शरद पवार दिल्ली में हैं.


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महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं और बहुमत के लिये जरूरी आंकड़ा 145 विधायकों का है. भाजपा और शिवसेना ने क्रमश: 105 और 56 सीटें जीतकर बहुमत का आंकड़ा आसानी से हासिल कर लिया था लेकिन मुख्यमंत्री पद पर साझेदारी को लेकर दोनों में सहमति नहीं बनी और सरकार भी नहीं बन पाई. कांग्रेस और एनसीपी के बीच भी चुनाव पूर्व गठबंधन था और उन्होंने क्रमश: 44 और 54 सीटें जीती थीं.


प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा के 250 वें सत्र के अवसर पर ‘भारतीय राजनीति में राज्यसभा की भूमिका, आगे का मार्ग’ विषय पर हुई विशेष चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि इस सदन ने कई ऐतिहासिक पल देखे हैं और कई बार इतिहास को मोड़ने का भी काम किया है. उन्होंने कहा कि यह सदन ‘‘चैक एंड बैलेंस (नियंत्रण एवं संतुलन)’’ का काम करता है. किंतु ‘‘बैलेंस और ब्लॉक (रुकावट)’’ में अंतर रखा जाना चाहिए.