'चाइनीज सोलर पैनल’ के कारण खत्म हुईं देश में 2 लाख नौकरियां
संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में आगाह करते हुए कहा है कि चीनी सामानों के आयात से देश के उद्योग संकट में पड़ गए हैं.
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका में चल रहे ब्रिक्स सम्मेलन में कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. इस मुलाकात में भारत की ओर से निर्यात का मुद्दा भी उठाया गया है. भारत चीन से काफी मात्रा में सामानों का आयात करता है, लेकिन निर्यात की मात्रा कम है. मोदी सरकार इस अंतर को कम करना चाहती है. आने वाले 1-2 अगस्त को भारत का एक डेलिगेशन इस मसले पर बात करने चीन भी जाएगा. ये मुद्दा इसलिए भी अहम है क्योंकि संसदीय समिति की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि देश में ‘चाइनीज सोलर पैनल’ के कारण दो लाख नौकरियां खत्म हुईं हैं.
संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में आगाह करते हुए कहा है कि चीनी सामानों के आयात से देश के उद्योग संकट में पड़ गए हैं.
चीन पर संसदीय समिति की रिपोर्ट में क्या है?
चीन के सोलर पैनल की डंपिंग के चलते देश में दो लाख नौकरियां खत्म हुईं हैं. साल 2011-12 तक भारत जर्मनी, फ्रांस, इटली को सोलर उपकरण निर्यात करता था. लेकिन चीन की डंपिंग के चलते भारत से सोलर उत्पादों का निर्यात रुक गया है. चीन के चलते भारत में कपड़ा उद्योग को भी भारी नुकसान पहुंचा है. चीन के सस्ते पॉलिएस्टर और विस्कोस जैसे कपड़े भारत के लिए चुनौती हैं. सस्ते आयात के चलते सूरत और भिवंडी के 35% पावरलूम यूनिट बंद हो गई हैं.
इतना ही नहीं खिलौना, दवाई और साइकिल उद्योग को भी चीनी सामानों से नुकसान पहुंचा है. रिपोर्ट में चीनी समानों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए गए हैं. सोलर पैनल में खतरनाक रसायन एंटीमनी का इस्तेमाल होने की बात भी कही गई है. चीन से आने वाले एलईडी बल्बों में हानिकारक रासायनिक पदार्थों का इस्तेमाल किया गया है. ऐसे में चीनी सामानों की चुनौती से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की जा रही है.
शी जिनपिंग से चार महीनों में पीएम मोदी की तीसरी मुलाकात
ब्रिक्स देशों की बैठक से इतर पीएम मोदी ने जोहानिसबर्ग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय बातचीत भी की. ब्रिक्स समिट से इतर पीएम मोदी की जिनपिंग से पिछले चार महीनों में तीसरी मुलाकात है. कुछ ही महीने पहले पीएम मोदी रूस और चीन के दौरे पर भी गए थे. शी जिनपिंग से मुलाकात में दोनों नेताओं ने भारत-चीन के संबंधों को गति देने पर जोर दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि इस मीटिंग के जरिए विकास साझेदारी को मजबूत करने का एक और मौका मिला है. पीएम मोदी की चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात इसलिए भी बेहद अहम है, क्योंकि कल ही पाकिस्तान में आम चुनाव जीतने के बाद इमरान खान ने चीन को अपना सबसे बड़ा सहयोगी बताया था. इमरान ने ये भी कहा था कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान चीन के साथ रिश्ते और मजबूत करने की कोशिश करेगा.
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