बहुजन वंचित अघाड़ी के नेता पर हमला के मामले में 4 गिरफ्तार, मां की अस्थि विसर्जित करने तुरंत बाद अधिकारी ने शुरू कर दी थी कार्रवाई
Parmeshwar Ranshur Attack: बहुजन वंचित अघाड़ी पार्टी के मुंबई यूथ प्रेसिडेंट परमेश्वर रणशूर पर हुए जानलेवा हमला केस में पुलिस ने नया खुलासा किया है.
Parmeshwar Ranshur Attack: मुंबई में बीते शनिवार (27 मई) को बहुजन वंचित अघाड़ी पार्टी के मुंबई यूथ प्रेसिडेंट परमेश्वर रणशूर पर हुए जानलेवा हमला केस में पुलिस ने गैंगस्टर अबू सलेम के शूटर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया. जांच के दौरान पता चला कि इस अटैक के लिए हायर किए गए शूटर को 5 लाख रुपये पनवेल के पूर्व उप महापौर जगदीश गायकवाड़ के बेटे सिद्धांत ने दिए थे.
परमेश्वर रणशूर पर 4 अज्ञात लोगों ने चाकू और लोहे के रॉड से हमला कर दिया था. इसमें रणशूर बुरी तरह जख्मी हो गए थे. इसके बाद पुलिस ने उन्हें केईएम अस्पताल में भर्ती कराया था. उनके बयान के आधार पर 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 326 और 34 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. भोइवाड़ा पुलिस स्टेशन के सूत्रों ने बताया कि पुलिस निरीक्षक संजय निकम और उनकी टीम ने 4 लोगों को ठाणे और दारुखाना इलाके से गिरफ्तार किया.
राजेश अर्जुन हाटनकर कौन है?
गिरफ्तार किए आरोपियों में से राजेश अर्जुन हाटनकर के खिलाफ 7 हत्या के मामले पहले से चल रहे थे. इसमें से 5 मामलों में सबूतों के अभाव में वो बरी हो गया, जबकि 2 मामले अब भी कोर्ट में चल रहें हैं. राजेश ही वो शख़्स है जो गैंगस्टर अबू सलेम का शूटर हुआ करता था. वो कांदिवली विकासक विक्की शर्मा के हत्या के आरोप में 2016 से जेल में था, लेकिन इस मामले में वो 2022 में कैद से बाहर आ गया. गिरफ्तार बाकी के तीन आरोपियों के नाम नाजिर सैय्यद, शाकिब क़ुरैशी और कृष्णा यादव है.
क्यों किया था हमला?
रणशूर और जगदीश गायकवाड़ के बीच पिछले साल के नवंबर महीने से अनबम चल रही थी. गायकवाड़ ने प्रकाश आम्बेडकर को लेकर ऐसा कुछ कहा था कि रणशूर उसे खोज रहा था. कुछ महीने पहले रणसूरे ने गायकवाड़ को मुंबई के चुनाभट्टी इलाक़े में पिटाई भी की थी.
सूत्रों ने बताया कि इसके बाद ही रणशूर को मुंबई यूथ प्रेसिडेंट बनाया गया. इस कारम गायकवाड़ का बेटा सिद्धांत काफी ग़ुस्से में थे. उसने रणशूर को मारने की योजना की. इस पूरी प्लानिंग में 4-5 और आरोपी है, जो कि फ़रार है.
मां के अंतिम संस्कार के बाद आए अधिकारी
एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार (25 मई) के दिन संजय निकम की मां लीलावती की तबियत खराब थी. इसके बाद संजय निकम अपनी 83 साल के पास गए, लेकिन इस दौरान उन्होंने गोद में आखिरी सांस ली.
फिर शुक्रवार (26 मई) के दिन निकम ने अपनी मां का अंतिम संस्कार किया और फिर रविवार (28 मई) को मां की अस्थियां विसर्जित करने गए. इस दौरान निकम के पास वरिष्ठ अधिकारियों का कॉल आया और कहा कि आपकी मौजूदा स्थिति हम समझ सकते हैं, लेकिन क्या वो इस गंभीर मामले में जांच कर सकते हैं. इसके बाद निकम ने तुरंत ही सारी परंपरागत चीजों को खत्म किया और मुंबई आ गए. इस केस पर काम करने लगे और 3 दिन की तलाश के बाद आज निकम और उनकी टीम ने 4 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया.
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