Asaduddin Owaisi On Partition Of India: एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार (16 अक्टूबर) को मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश का विभाजन दुर्भाग्यपूर्ण था. उन्होंने कहा कि देश का बंटवारा नहीं किया जाना चाहिए था.


ओवैसी ने देश के विभाजन को 'ऐतिहासिक गलती' करार दिया और कहा कि एक लाइन में वह इस पर जवाब नहीं दे सकते हैं. उन्होंने विभाजन के समय के नेताओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया और भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की एक किताब पढ़ने का सुझाव भी दिया.


...ऐतिहासिक गलती का एक लाइन में जवाब नहीं दे सकता- असदुद्दीन ओवैसी


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में मीडिया से बात करते हुए कहा, ''ऐतिहासिक रूप से यह एक देश था और दुर्भाग्य से इसे विभाजित कर दिया गया. यह नहीं होना चाहिए था. मैं तो यही कह सकता हूं लेकिन अगर आप चाहें तो एक डिबेट कराएं और मैं आपको बताऊंगा कि इस देश के विभाजन के लिए कौन जिम्मेदार है… मैं उस समय की गई ऐतिहासिक गलती का एक लाइन में जवाब नहीं दे सकता.''


मौलाना आजाद की किताब पढ़ने की दी सलाह


ओवैसी ने आगे कहा, ''इस देश का बंटवारा नहीं होना चाहिए था. वह गलत था. उस समय जितने भी नेता थे वे सभी (विभाजन के लिए) जिम्मेदार थे. अगर आप मौलाना अबुल कलाम आजाद की किताब 'इंडिया विंस फ्रीडम' पढ़ते हैं तो मौलाना आजाद ने सभी कांग्रेस नेताओं से अनुरोध किया था कि देश का बंटवारा नहीं होना चाहिए.''


बता दें कि असदुद्दीन का यह बयान ऐसे समय आया है जब अगले महीने ही तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होना है. राज्य में 30 नवंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को मतगणना होगी. ओवैसी बीजेपी के अलावा कांग्रेस के खिलाफ भी आक्रामक नजर आ रहे हैं. 


यह भी पढ़ें- BJP-JDS Alliance: एचडी देवेगौड़ा की पार्टी में टूट? JDS प्रदेश प्रमुख सीएम इब्राहिम ने BJP से गठबंधन को लेकर दिया अहम बयान