रिपोर्ट कार्ड: तीन साल के कामकाज में फेल हो गए मोदी सरकार के ये पांच फिसड्डी मंत्री
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आज तीन साल पूरे कर चुकी है. मोदी सरकार और बीजेपी देश की जनता को डंके की चोट पर अपनी उपलब्धियां गिना रहे हैं. इन तीन साल में मोदी सरकार के मंत्रियों ने कैसा काम किया है, इसकी पड़ताल एबीपी न्यूज़ के एक्सपर्ट पैनल ने की.
कैसे हुई पीएम मोदी के मंत्रियों की रेटिंग एबीपी न्यूज़ पर तीन साल के कामकाज के आधार पर नरेंद्र मोदी के मंत्रियों को पचास विशेषज्ञों की टीम ने दी रेटिंग दी. पचास विशेषज्ञों की टीम में देश के जाने माने पत्रकार शामिल हैं. इन विशेषज्ञों ने मंत्रियों को कामकाज के आधार दस में से नंबर दिए. जिन मंत्रियों को 5 से कम नंबर मिले उन्हें हमने सबसे खराब मंत्रियों की लिस्ट में रखा है.
1. खराब मंत्रियों की लिस्ट में सबसे ऊपर हरसिमरत कौर
एबीपी न्यूज़ के एक्सपर्ट पैनल की नजर में मोदी के मंत्रियों में सबसे खराब मंत्रियों की लिस्ट में सबसे ऊपर हरसिमरत कौर हैं. एक्सपर्ट पैनल ने हरसिमरत कौर को नंबर दिए हैं उसका औसत 3.88 है. हरसिमरत कौर को वरिष्ठ पत्रकार राजीव रंजन ने तीन और कंचन गुप्ता ने 3 नंबर दिए हैं. एक्टपर्ट पैनल के मुताबिक हरसिमरत कौर ने अपने मंत्रालय और सरकार के लिए उम्मीद के मुताबिक काम नहीं किया.
2. खराब मंत्रियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं जल संसाधन मंत्री उमा भारती
तीन साल के कामकाज के बाद दूसरे नंबर पर उमा भारती हैं. उमा भारती के लिए मोदी सरकार में एक नए मंत्रालय (नदी विकास और गंगा जीर्णोद्धार मंत्री) का गठन किया गया था. एक्सपर्ट पैनल ने जो नंबर दिए हैं उसके मुताबिक उमा भारती का औसत 3.86 बनता है. उमा भारती को सबसे ज्यादा 3 नंबर राजीव रंजन ने दिए तो सबसे कम वरिष्ठ पत्रकार अभय दूबे ने दिए.
3. खराब मंत्रियों की लिस्ट में तीसरे नंबर हैं केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा
मोदी सरकार के खराब मंत्रियों की सूची में तीसरे पायदान पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा हैं. महेश शर्मा को एक्सपर्ट पैनल ने जो नंबर दिए हैं उसका औसत 4.32 हैं. महेश शर्मा को सबसरे कम नंबर अभय दूबे ने दिए तो सबसे ज्यादा नंबर शिवशक्ति बक्शी ने दिए. अभय दूबे ने तो यह तक कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उन्हें मंत्रिमंडल में रखकर अहसान कर रहे हैं.
4. खराब मंत्रियों की लिस्ट में चौथे पायदान पर हैं कैशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रूडी
स्किल डेवलपमेंट के जरिए लाखों युवाओं को रोजगार देने का दावा करने वाले राजीव प्रताप रूडी एक्सपर्ट की नजर में मोदी सरकार के चौथे सबसे खराब मंत्री हैं. राजीव प्रताप रूडी को मिले नंबरों का औसत 4.46 हैं. राजीव प्रताप रूडी को वरिष्ठ पत्रकार अनिल चमड़िया और राजकिशोर ने 3-3 नंबर दिए. राजकिशोर ने कहा कि कौशल विकास का प्रमाणपत्र लिए युवा को कोई 500 रुपये ज्यादा देने को भी तैयार नहीं है, ऐसा कौशल विकास किस काम का.
5. खराब मंत्रियों की लिस्ट में पांचवें नंबर पर हैं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी
तीन साल के कामकाज के हिसाब के एक्सपर्ट की नजर में पांचवें नंबर पर मुख्तार अब्बास नकवी हैं. मुख्तार अब्बास नकवी को एक्सपर्ट ने जो नंबर दिए उसका औसत 4.52 है. एक्सपर्ट पैनल में मुख्तार अब्बास नकवी को सबसे 7 ज्यादा अनिल आनंद ने दिए तो सबसे कम कमर आगा ने दिए.