जम्मू: जम्मू कश्मीर सरकार ने लंबे संघर्ष के बाद प्रदेश में यात्री किराए में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी का एलान किया है. लेकिन, 50 प्रतिशत यात्री किराए बढ़ाने की मांग कर रहे ट्रांसपोर्टर सरकार के इस फैसले से नाखुश है. मई महीने में जम्मू कश्मीर में सड़कों पर दौड़ रहे 75 हजार से ज्यादा कमर्शियल वाहनों के मालिकों की संस्था आल जेएंडके ट्रांसपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन यात्री किराए में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की मांग कर रही थी.


इसके साथ ही यह ट्रांसपोर्टर बैंक से लिए लोन पर एक साल के ब्याज की माफी और अड्डा और पार्किंग फीस की माफी समेत कई अन्य मांगे सरकार से कर रहे थे. लेकिन, सोमवार को सरकार ने सिर्फ यात्री किराए में 30 प्रतिशत की बढोत्तरी का एलान किया, जिससे ट्रांसपोर्टर खुश नहीं नहीं है.


मंगलवार को अब यह ट्रांसपोर्टर बैठक कर आम राय बनाएंगे और साथ ही इसका भी फैसला लिया जाएगा कि क्या अब ट्रांसपोर्टरों और सरकार के बीच यह गतिरोध खत्म होगा और क्या यात्री वाहन सड़कों पर चलेंगे. वहीं, इस बैठक से पहले ट्रांसपोर्टरों ने इशारा दिया है कि अगर उन्हें यात्री वाहनों की क्षमता से आधे यात्री ही अपने वाहनों में बिठाने है तो ऐसे में 30 प्रतिशत की किराया बढ़ोतरी से उन्हें काफी नुक्सान उठाना पड़ेगा.


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