गुरुग्राम: हरियाणा में गुरुग्राम का फोर्टिस अस्पताल सवालों के घेरे में है. एक लड़की ने अस्पताल में उसके साथ रेप होने का आरोप लगाया है. आरोपों के मुताबिक लड़की से तब रेप हुआ जब वो आईसीयू में वेंटिलेटर पर थी. वहीं, अस्पताल का कहना है कि उसने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी है और वह जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है. पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच जारी है.


लड़की का आरोप है कि जब वो वेटिंलेटर पर पूरी तरह होश में नहीं थी, तब इस वारदात को अंजाम दिया गया है. पीड़ित ने आरोपी का नाम विकास बताया है, जिसके बाद पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है.


लड़की के पिता ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत


लड़की के पिता की तरफ से जो शिकायत पुलिस में दर्ज की गई है उसके मुताबिक, 21 अक्टूबर को 21 साल की पीड़ित लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया. सांस में तकलीफ के बाद भर्ती कराई गई लड़की की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उसे अगले दिन यानी 22 अक्टूबर को आईसीयू में वेंटीलेटर पर रखा गया. 6 दिन बाद जब पीड़िता को होश आया तो उसने अपने पिता को शारीरिक शोषण वाली बात बताई. जो शिकायत दर्ज कराई गई है उसके मुताबिक, 21 से 27 अक्टूबर के बीच लड़की के साथ रेप की वारदात हुई.


ABP न्यूज के पास मौजूद है एफआईआर की कॉपी


बता दें कि 28 अक्टूबर को लड़की के पिता ने गुरुग्राम के सुशांत लोक थाने में शिकायत दर्ज कराई है. ABP न्यूज के पास एफआईआर की कॉपी मौजूद है. शिकायत में उन तीन पन्नों का भी जिक्र है, जिस पर लड़की ने लिख कर पिता को आपबीती बताई है. इन पन्नों पर काफी कुछ लिखा है. पुलिस लड़की की जिस लिखाई को हिंट कह रही है उनमें से कुछ शब्द आपको बताते हैं.


पहले पन्ने पर लिखा है- "आज ही मार दूं पर इसके पापा..."  "धीरे बोलो..."


दूसरे पन्ने पर लिखा है-  "मार तो आज ही देंगे लेकिन इसके पापा..."


तीसरे पेज पर लिखा है- "मैं यहां कब से हूं?", "बेहोश होकर लेकर गई", "वहां बहुत शोर था", "कुछ समझ नहीं आया", "मैंने आंखें बंद कर ली", "बेहोश हो गई", "उसके बाद 2-4 दिन खाना नहीं दिया", "बोल रहे थे मरेगी कब?", "विकास नाम का था कोई", "मैं बेहोश हो गई", "Rape", "I M Pregnant".


इन शब्दों के क्या मतलब है पुलिस इसकी जांच कर रही है, लेकिन जिस विकास नाम के आरोपी का जिक्र लड़की की चिट्ठी में है वो अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. वहीं, पुलिस अभी तक लड़की का बयान नहीं ले पाई है. वेंटिलेटर पर रखी गई लड़की अभी बयान देने की हालत में नहीं है. पुलिस के मुताबिक फोर्टिस अस्पताल जांच में सहयोग कर रहा है. उधर फोर्टिस प्रशासन का भी कहना है कि इस तरह की हरकत अस्पताल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.


अस्पताल का क्या कहना है?


अस्पताल का पक्ष अस्पताल की ओर से कहा गया है कि 21 अक्टूबर 2020 को मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था और उसे सांस की तकलीफ और टीबी की समस्या थी. भर्ती होने के बाद से मरीज वेंटिलेटर पर थी और एडमिट होने के 6 दिन बाद उसने अस्पताल के एक स्टाफ पर रेप का आरोप लगाया है. फोर्टिस का साफ कहना है कि इस तरह की हरकत बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जा सकती है और शिकायत आने के बाद हमने पुलिस को सूचना दे दी थी. अस्पताल प्रशासन पुलिस की जांच में पूरी तरह जांच में सहयोग कर रहा है.


देश के महंगे और नामचीन अस्पतालों में से एक है फोर्टिस


फोर्टिस देश के महंगे और नामचीन अस्पतालों में से एक है. इस अस्पताल पर सुरक्षा और सुविधाओँ के नाम पर भारी भरकम रकम वसूलने के आरोप लगते रहते हैं, लेकिन सवाल ये है कि क्या इस अस्पताल में सुरक्षा मिल रही है? क्या इस अस्पताल में मरीजों की सेवा सही तरीके से हो रही है?


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