पॉल पैनल ने कहा- कोरोना से निपटने के लिए ‘प्लान बी’ पर हो गौर, डेली 6 लाख नए मामलों के हिसाब से बढ़ाएं ऑक्सीजन
देश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पॉल पैनल ने अथॉरिटीज को प्लान बी पर काम करने के लिए कहा है. प्लान बी के तहत डॉ. वीके पॉल ने नेतृत्व में बने एम्पावर्ड ग्रुप ने एक दिन में 6 लाख नए मामलों को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन को बढ़ाने के लिए कई उपायों की सिफारिश की थी.
नई दिल्लीः देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले चिंता का विषय बने हुए हैं. दस दिन पहले नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल के नेतृत्व में बने एक एम्पावर्ड ग्रुप ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय सहित अथॉरिटीज को कोरोना से निपटने के लिए अरेजमेंट करने के लिए कहा था. ग्रुप ने 20 अप्रैल तक हर दिन 3 लाख नए मामलों और अप्रैल के अंत तक एक दिन में 5 लाख नए मामलों के हिसाब से ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के लिए कहा था.
कोरोना महामारी से निपटने के लिए 'मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड कोविड मैनेजमेंट प्लान' पर डॉ. वीके पॉल ने नेतृत्व बने इस एम्पावर्ड ग्रुप -1 ने 'प्लान बी' के तहत एक दिन में 6 लाख नए मामलों को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन प्रोविजन बढ़ाने के असाधारण उपायों की सिफारिश की थी. ग्रुप ने कहा था कि" महामारी की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए ऑक्सीजन की उपलब्धता की स्थिति के बारे एम्पावर्ड ग्रुप -2 अवगत कराया जाना चाहिए," DPIIT के सचिव डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र के नेतृत्व वाले एम्पावर्ड ग्रुप -2 बना हुआ है. इस ग्रुप की की प्राथमिक जिम्मेदारी प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन सहित आवश्यक मेडिकल उपकरण सुनिश्चित करना है.
पिछले साल सितंबर में पीक के दौरान बुनियादी ढांचें का हो गया था अंदाजा
सूत्रों ने कहा कि अप्रैल के पहले पखवाड़े में एक बैठक के बाद डॉ. पॉल के नेतृत्व वाले एम्पावर्ड ग्रुप-1 ने सरकार से “प्लान’ बी ’ को एक्सप्लोर करने की सिफारिश की थी. सरकार को पिछले साल सितंबर में पहली लहर के पीरक के दौरान इसके बुनियादी ढांचे का भी अंदाजा था. ‘मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर ’पर एम्पावर्ड ग्रुप -1 ने पिछले सितंबर में कहा था कि एक दिन में 3 लाख नए मामलों की वृद्धि को पूरा करने के लिए देश को 1.6 लाख आईसीयू बेड और 3.6 लाख गैर-आईसीयू बेड की जरूरत होगी. यह भी कहा कि 75 प्रतिशत नॉन-आईसीयू बेड ऑक्सीजन वितरण के लिए सक्षम होने चाहिए.
रिपोर्ट में कहा था कि भारत 2 लाख से ज्यादा केस नहीं हैंडल कर पाएगा
सितंबर-नवंबर 2020 में ‘हेल्थ सिस्टम प्रीपेरड्नस नीड्स ’पर अपनी तीसरी रिपोर्ट में ग्रुप ने कहा था कि जब तक कि कंटेनमेंट रणनीति को तेज नहीं किया जाता है, भारत में नवंबर / दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक लगभग 3 लाख नए मामलों आ सकते हैं और भारत एक दिन में 2 लाख से अधिक मामलों को हैंडल नहीं कर पाएगा. ग्रुप ने इसको लेकर कई उपाय सुझाए थे.
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