जेडीयू महासचिव पवन वर्मा की मांग, CAA-NRC पर अपना रुख स्पष्ट करें नीतीश कुमार
जेडीयू में रहेंगे या नहीं, इसपर पवन वर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार की तरफ से चिट्ठी का जवाब दिए जाने के बाद वे इसके बारे में फैसला करेंगे. पवन वर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार को एनआरसी और सीएए पर अपना स्टैंड साफ करना चाहिए.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं है. कुछ दिनों पहले इस मुद्दे पर नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखने वाले जेडीयू नेता पवन वर्मा ने एक बार फिर इसपर अपना बयान दिया है. पवन वर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार ने सीएए और एनआरसी पर अपना रुख साफ नहीं किया है. उन्हें अपना रुख साफ करना चाहिए.
पवन वर्मा ने कहा, ''नीतीश कुमार ने एनआरसी-सीएए पर पार्टी के रुख को स्पष्ट नहीं किया है. उन्हें इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए. मैं पार्टी में रहूंगा या नहीं ये नीतीश जी द्वारा मेरे पत्र का जवाब देने के बाद ही तय करूंगा.'' इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''जब अकाली दल जैसी बीजेपी की सहयोगी पार्टियों ने इस मुद्दे पर रुख अपनाया है और दिल्ली चुनाव में बीजेपी के साथ नहीं आ रही हैं तो जेडीयू को भी अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.'' जाहिर है कि शिरोमणि अकाली दल ने सीएए पर अपने स्टैंड की वजह से दिल्ली में बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया.
Pavan Varma, JD(U): Nitish Kumar hasn't clarified party's stand on NRC-CAA so far. He should clarify his stand on the issue. I will remain with the party or not will be decided once Nitish ji replies to my letter. pic.twitter.com/D4Hx9YiGHT
— ANI (@ANI) January 21, 2020
पवन वर्मा ने चिट्ठी में क्या लिखा था?
जेडीयू महासचिव पवन वर्मा ने पार्टी अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीएए-एनपीआर-एनआरसी योजना को खारिज करने की अपील करते हुए चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने कहा लिखा था, ‘‘सार्वजनिक रूप से दिए गए आपके विचारों और लंबे समय से चले आ रहे धर्मनिरपेक्ष नजरिए को देखते हुए क्या मैं आपसे अनुरोध कर सकता हूं कि आप सीएए-एनपीआर-एनआरसी योजना के खिलाफ सैद्धांतिक रुख लें और भारत को बांटने और अनावश्यक सामाजिक अशांति पैदा करने के के नापाक एजेंडा को खारिज करें.’’
वहीं पवन वर्मा की चिट्ठी पर अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, ''ये उनका मुद्दा है, हम इसपर क्या बोल सकते हैं. नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं वो इसपर विचार करेंगे. अब राष्ट्रीय अध्यक्ष से कोई एक्सप्लेनेशन पूछे मुझे तो इसका कोई मतलब नहीं लगता.''