आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और उत्पीड़न के खिलाफ कड़ी चेतावनी जारी की है. डिप्टी सीएम ने अपने विधानसभा क्षेत्र पीठापुरम में एक कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया. पवन कल्याण ने समाज में महिलाओं की मौलिक भूमिका का जिक्र करते हुए उन लोगों की निंदा की जो मानते हैं कि महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करना बहादुरी की परिभाषा है.


पवन कल्याण ने मनचलों को दी चेतावनी


उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा, "महिलाओं के साथ खराब व्यवहार आपको पुरुष नहीं बनाता है. अगर आप अपनी मर्दानगी साबित करना चाहते हैं, तो जिमनास्टिक्स में जाएं, सेना में भर्ती हों और देश की सेवा करें. महिलाओं को परेशान करना ताकत का प्रदर्शन नहीं है. हम इस सोच को खत्म कर देंगे... यह मेरी चेतावनी है." दुनियाभर में महिलाओं की भूमिका का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "हर घर में एक महिला होती है. उनके बिना सृष्टि की कल्पना भी नहीं की जा सकती."


राज्य की पुलिस को दिया निर्देश


डिप्टी सीएम ने अपने संबोधन के दौरान महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने को लेकर राज्य की पुलिस को निर्देश भी दिया. उन्होंने कहा, "मेरा यह पुलिस को निर्देश है कि मैं पीठापुरम में फिर से छेड़छाड़ शब्द नहीं सुनना चाहता." महिलाओं की सुरक्षा और सार्वजनिक स्थानों पर उत्पीड़न के मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने कहा कि अगर मैं उपमुख्यमंत्री के तौर पर यहां की महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर सकता तो मेरे पद का क्या मतलब है.


यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह कानून व्‍यवस्‍था में जीरो टॉरलेंस की बात करने वाले पवन कल्‍याण बीते दिनों अपनी ही सरकार की गृहमंत्री पर भड़क गए थे. त‍िरुपत‍ि और कडप्‍पा में हुई रेप की घटना को लेकर उन्होंने कहा था, पिछली सरकार ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. मैं गृह मंत्री अनिता से भी कहूंगा कि और अधिक एक्टव हों. ऐसी स्थिति नहीं आनी चाहिए कि मुझे गृह मंत्री का पदभार संभालना पड़े."


ये भी पढ़ें :  असम में HMPV वायरस का केस मिलने से हड़कंप, 10 महीने का बच्चा संक्रमित; जानें देश में कितने केस?