Pawan Khera Row: पवन खेड़ा को असम पुलिस ने किया गिरफ्तार, कुछ ही घंटे बाद SC ने दी राहत, सीएम हिमंत बोले- आसमान में हों या... | बड़ी बातें
Pawan Khera News: कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन में भाग लेने के लिए रायपुर जा रहे पवन खेड़ा को असम पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था. उन्हें बाद में जमानत मिल गई.
Pawan Khera Arrest Row: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की ओर से पीएम मोदी (PM Modi) पर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद बढ़ गया है. इस मामले को लेकर गुरुवार (23 फरवरी) को खूब हंगामा हुआ. पवन खेड़ा के खिलाफ असम, यूपी में केस दर्ज किए गए हैं. इसी सिलसिले में असम पुलिस (Assam Police) ने गुरुवार को उन्हें गिरफ्तार किया. इसके बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में पहुंचा. इस मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के बीच भी जोरदार बहस हुई. जानिए मामले से जुड़ी बड़ी बातें.
1. पीएम मोदी पर की गई टिप्पणी को लेकर पवन खेड़ा को गुरुवाार को असम पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था. खेड़ा उस समय कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन में भाग लेने के लिए रायपुर जा रहे थे. असम पुलिस के अनुरोध पर दिल्ली पुलिस ने खेड़ा को दिल्ली-रायपुर की फ्लाइट से उतारा था.
2. सुबह 11.40 बजे दिल्ली-रायपुर इंडिगो की फ्लाइट में बोर्डिंग पूरी होने वाली थी जब कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को विमान से उतारने के लिए कहा गया था. खेड़ा ने कहा कि उन्हें बताया गया कि उनके सामान पर गलत टैग लगाया गया है. मुझे बताया गया कि एक डीसीपी [पुलिस उपायुक्त] मुझसे मिलेंगे. जब खेड़ा उतरे तो बाहर इंतजार कर रही दिल्ली पुलिस की एक टीम ने उन्हें बताया कि वह शहर से बाहर नहीं जा सकते हैं.
3. कांग्रेस नेताओं को पता चला कि पुलिस पीएम मोदी के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणी को लेकर असम में उनके खिलाफ दायर एक मामले के सिलसिले में खेड़ा को हिरासत में लेने के लिए वहां गई थी. इसपर कांग्रेस नेताओं ने जोर देकर कहा कि वे दिल्ली पुलिस को गिरफ्तारी वारंट के बिना उन्हें ले जाने नहीं देंगे. करीब 50 कांग्रेसी नेता खेड़ा को विमान से उतारने के खिलाफ धरने पर बैठ गए और उड़ान को दो घंटे के लिए विलंबित कर दिया. सभी यात्रियों को विमान से उतार दिया गया. साथ ही सीआईएसएफ के जवानों की टुकड़ी को तैनात किया गया.
4. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें असम पुलिस के अनुरोध पर दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था. हम सिर्फ उनका (असम पुलिस) सहयोग कर रहे थे. उन्हें गिरफ्तार किया गया है. खेड़ा के खिलाफ असम के हाफलोंग थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. खेड़ा ने हाल ही में गौतम अडानी के नेतृत्व वाले व्यापारिक समूह से जुड़े विवाद को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री को ‘‘नरेंद्र गौतमदास मोदी’’ कहकर संबोधित किया था. बीजेपी ने उन पर प्रधानमंत्री और उनके दिवंगत पिता का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया है. मोदी का पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है. दामोदरदास, नरेंद्र मोदी के पिता थे.
5. पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. दोपहर करीब 3 बजे मामले पर सुनवाई शुरू हुई. चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने कहा कि दिल्ली में सक्षम मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने पर खेड़ा को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया जाये. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने पवन खेड़ा को जमानत दे दी.
6. पीठ ने कहा कि उपरोक्त आदेश मंगलवार (28 फरवरी) तक प्रभावी रहेगा. कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई की 27 फरवरी के लिए तय की. कोर्ट ने साथ ही असम और उत्तर प्रदेश राज्यों को नोटिस जारी कर खेड़ा की उस याचिका पर जवाब मांगा है जिसमें प्रधानमंत्री के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणियों को लेकर असम और उत्तर प्रदेश के लखनऊ व वाराणसी में उनके खिलाफ दर्ज कई प्राथमिकियों को एक साथ जोड़ने का अनुरोध किया गया है. जमानत मिलने पर खेड़ा ने कहा कि बिना एफआईआर कॉपी, नोटिस दिए गैर कानूनी तरीके से मुझे गिरफ्तार किया गया. न्याय प्रणाली पर मेरी आस्था है जिसकी वजह से आज मेरी स्वतंत्रता की रक्षा हुई. संवैधानिक मुल्यों को बचाने का संघर्ष राहुल गांधी जिस निडरता से कर रहे हैं, उसमें मैं एड़ी-चोटी का जोर लगाउंगा.
7. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खेड़ा की गिरफ्तारी को सही ठहराते हुए कहा कि पुलिस खेड़ा को गिरफ्तार करने के लिए "ड्यूटी-बाउंड" थी. अगर एफआईआर दर्ज की गई है तो कानून के अनुसार पुलिस को गिरफ्तार करने के अधिकार हैं. उस तरीके पर मत जाओ, चाहे वह आकाश में हों या धरती पर, अगर धारा लगी है तो पुलिस को गिरफ्तार करना होगा.
8. इस कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बीजेपी जो कर रही है मैं उसका खंडन करता हूं. लोकतंत्र में ऐसा नहीं होता, हम जब सदन में बोलते हैं तब हमें बोलने नहीं दिया जाता, जब हम अपनी बात बाहर रखना चाहते हैं तब भी हमें बोलने नहीं दिया जा रहा. ये लोग बोलने की आज़ादी खत्म कर रहे हैं. इनके नेतृत्व में संविधान और देश सुरक्षित नहीं है. जब हमारा यहां अधिवेशन हो रहा है तो कभी ईडी के छापे, कभी इनकम टैक्स के छापे पड़ रहे हैं. ये हमारे अधिवेशन को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
9. बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं को इस ‘गलतफहमी’ में नहीं रहना चाहिए कि वे कानून से ऊपर हैं. बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि जो कुछ भी किया जाता है वह कानूनी तरीके से किया जाता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के बाद कांग्रेस विक्टिम कार्ड खेल रही है.
10. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि ये चौंकाने वाला है, किसी को एक मजाक के लिए आप जेल में नहीं डाल सकते हैं. हमारे पास ऐसा कोई कानून नहीं जिसमें आप पीएम पर चुटकुले नहीं कह सकते हैं. ऐसे में असम पुलिस की ओर से यह करना अपमानजनक है. मैं सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया करता हूं कि पवन खेड़ा को तुरंत बेल मिल गई.
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