Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में पेगासस मुद्दे को छेड़ने के मामले पर बीजेपी ने उन पर निशाना साधा. इस मामले पर अब कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शुक्रवार (3 मार्च) को बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि 'जब आप (पीएम मोदी) इजराइल के साथ मिल कर अपने देश के लोगों के फोन में पेगासस लगवा रहे थे, बीबीसी की दफ्तर पर रेड कर रहे थे, तब विदेश में अपमान नहीं हो रहा था? हिन्दुस्तान की चर्चा करने से हिन्दुस्तान के लोगों का अपमान हो जाता है?'
दरअसल, राहुल गांधी के पेगासस वाले बयान के बाद बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा कि 'पेगासस कहीं नहीं उनके दिलो-दिमाग में है. ऐसी क्या मजबूरी थी, जो उन्होंने अपना फोन जमा नहीं कराया. राहुल गांधी को बार-बार झूठ बोलने और देश का अपमान करने की आदत है. भारत को बदनाम करने के लिए विदेशी धरती, विदेशी दोस्तों और विदेशी एजेंसियों का इस्तेमाल करना उनकी आदत बन चुकी है. ये चीजें कांग्रेस के एजेंडा पर सवाल खड़े करने वाली हैं.'
क्या कहा था राहुल गांधी ने?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि उनके और कई अन्य विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस स्पाइवेयर था. इसके साथ उन्होंने दावा किया कि गुप्तचर अधिकारियों ने खुद उन्हें फोन करके बताया था कि बातचीत करते हुए वह सावधान रहें, क्योंकि उनकी बातों को रिकॉर्ड किया जा रहा है. राहुल गांधी ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने इस व्याख्यान में अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' और चीन के संदर्भ में विस्तार से बातचीत की है. उन्होंने भारत में विपक्षी नेताओं की 'निगरानी किए जाने' का उल्लेख करते हुए दावा किया, ''मेरे फोन में पेगासस था, कई और नेताओं के फोन में भी पेगासस था. गुप्तचर अधिकारियों ने मुझे फोन करके बताया कि फोन पर बातचीत करते हुए कृपया सावधान रहें, क्योंकि हम (आपकी बातों को) रिकॉर्ड कर रहे हैं.''
राहुल गांधी ने 'भारत जोड़ो यात्रा' निकालने के कारण के संदर्भ में कहा, कि जब लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला हो रहा है तो विपक्ष के तौर पर हमारे लिए संवाद करना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसलिए हमने भारत की संस्कृति और इतिहास की तरफ मुड़ने का फैसला किया. आप ने दांडी यात्रा के बारे में सुना होगा जो महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ निकाली थी. उन्होंने कहा कि इस भारत जोड़ो यात्रा का मकसद सिर्फ दूरी तय करना नहीं था, बल्कि लोगों को सुनना था.
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