भारत के सबसे बड़े स्टार्टअप्स में से एक पेटीएम (Paytm) ने 2.2 अरब डॉलर (करीब 16,640 करोड़ रुपये) आईपीओ (initial public offering) से जुटाने के लिए नियामक संस्था में आवेदन किया है. यदि नियामक संस्था इसे मंजूर कर लेती है तो पेटीएम स्टार्टअप्स के क्षेत्र में पैसा जुटाने वाली संभवतः सबसे बड़ी डिजिटल कंपनी हो जाएगी.
पेटीएम ने कहा है कि इस आईपीओ की राशि में कंपनी के नए शेयर जिसकी कीमत 8300 करोड़ रुपये है, भी शामिल है. पेटीएम के निवेशकों में वर्कशायर हेथवे, चीन के एंटे ग्रुप और जापान का सॉफ्ट बैंक शामिल है. कंपनी के मालिक विजय शेखर शर्मा ने कहा है कि आईपीओ के माध्यम से उपभोक्ताओं को नवीन और सहज डिजिटल उत्पादों और सेवाओं की पेशकश को और मजबूत किया जाएगा.
One97 का 1696 करोड़ रुपये का घाटा
नोएडा स्थित कंपनी पेटीएमन के पास One97 Communications का स्वामित्व भी है. पेटीएम ने कहा कि इस आईपीओ का इस्तेमाल भुगतान वातावरण को मजबूत करने में किया जाएगा. साथ ही नए तरह के विजनेस और अधिग्रहण में भी हाथ आजमाया जाएगा. One97ने इस साल की समाप्ति पर 31 मार्च को 1696 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया था जो कि पिछले साल के 2842 करोड़ रुपये से कम है. इस कारण राजस्व में 14.6 करोड़ यानी 2802 करोड़ की कमी आई है.
एक दशक पहले शुरू हुई थी कंपनी
एक दशक पहले शुरू हुआ पेटीएम मोबाइल रिचार्ज से अपना कारोबार शुरू किया और देखते-देखते डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन गया है. उबर द्वारा इसे शीघ्र भुगतान विकल्प के रूप में चिन्हित किए जाने के बाद इसकी वृद्धि बहुत तेज गति से हुई. पेटीएम द्वारा आईपीओ लाने की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब महामारी के कारण डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ रहा है और देश में फेसबुक, गूगल और व्हाट्सएप द्वारा पैमेंट विकल्प को शुरू कर दिया गया है.
पेटीएम आईपीओ से पहले 2000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. हाल के दिनों में ज्यादातर स्टार्टअप के पास नगद की कमी हो गई है. उसे विदेशी निवेश के कारण बाजार में आई तरलता का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए ज्यादातर स्टार्टअप कंपनियां सीधे बाजार से पैसा जुटाने के लिए आईपीओ का रास्ता अख्तियार करने लगी है. हाल ही के दिनों में जोमैटो, फ्लिपकार्ट, नायिका और ओला ने ऐसा ही किया है. अगर पेटीएम आईपीओ के जरिए 16640 करोड़ रुपये जुटा लेता है तो कोल इंडिया और रिलायंस पावर के बाद आपीओ जुटाने वाली तीसरी सबसे बड़ी निजी कंपनी हो जाएगी.
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