बेंगलुरु: तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन आज से बंगलुरु में शुरू हो रहा है जिसमें दुनिया भर से 6000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे. विदेशों में रहने वाले भारतीय समुदाय का यह अपनी तरह का सबसे बड़ा आयोजन है. प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) के इस 14वें संस्करण का आयोजन बेंगलुरू इंटरनेशनल एक्जीबिशन सेंटर में हो रहा है.


यह प्रवासी भारतीय समुदाय के लिए एक मंच के रूप में काम करता है कि वे अपने विभिन्न मुद्दों के बारे में सरकार से चर्चा कर सकें और भारत में निवेश के अवसर तलाश सकें. इसके साथ ही यह आयोजन विदेशों में रह रहे भारतीयों को दुनिया के विभिन्न भागों में रह रहे भारतीय समुदाय से मिलने जुलने व संपर्क बनाने का अवसर देता है. पीबीडी 2017 के लिए कुल मिलाकर 6346 पंजीकरण हुए हैं. इसके तहत आज नवोन्वेष व स्टार्टअप पर केंद्रित युवा प्रवासी भारतीय दिवस होगा.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 जनवरी को इस कार्य्रकम को संबोधित करेंगे. इसी दिन एक विशेष सत्र में आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की संभावना है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान करेंगे. इस आयोजन के दौरान 240 से अधिक कलाकार भारतीय संस्कृति के विभिन्न आयामों को दिखाने वाले कार्य्रकम पेश करेंगे.


पीबीडी 2017 के मुख्य अतिथि पुर्तगाल के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री एंतोनियो कोस्ता होंगे. वहीं युवा पीबीडी के विशिष्ट अतिथि सूरीनाम के उप राष्ट्रपति माइकल अश्विन सत्येंद्र अधीन होंगे. आयोजन में कई केंद्रीय मंत्री भाग लेंगे जो कि सरकार के विभिन्न कदमों व पहलों पर रोशनी डाल सकते हैं.


गौरतलब है कि पीबीडी की शुरुआत 2003 में वाजपेयी सरकार ने की थी. पहले यह सालाना आयोजन था जिसे पिछले साल द्विवाषिर्क कर दिया गया. पीबीडी में 9 जनवरी को मुख्य दिवस होता है क्योंकि 1915 में इसी दिन महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे. इस आयोजन में व्यापार के लिए अलग से बैठकों का प्रावधान भी किया गया है. कर्नाटक इसका सहभागी राज्य है.