जम्मू: गुप्कार घोषणा पर मचे बवाल के बीच पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती गुरुवार को जम्मू पहुंची. उनका जम्मू दौरा शुरू होते ही बजरंग दल और शिवसेना समेत कई राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठन ने उनके इस दौरे का विरोध किया.


7 नवंबर को जम्मू में होने वाली है गुप्कार के घटक दलों की बैठक से ठीक पहले पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती गुरुवार करीब 2:30 जम्मू पहुंची. उनके जम्मू पहुंचने से पहले ही बजरंग दल और शिवसेना समेत कई संगठनों ने महबूबा के इस दौरे का विरोध किया. इन संगठनों का दावा है कि महबूबा जिस तरह से देश विरोधी बयान दे रही है उन बयानों को जम्मू की देशभक्त जनता कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी.


महबूबा को तिरंगा झंडा उठाने की हिदायत देते हुए इन दलों ने कहा कि कश्मीर केंद्रित राजनीतिक दल अपनी राजनीति चमकाने के लिए जम्मू का रुख कर रहे हैं और गुप्कार गठबंधन जैसे संगठनों का एजेंडा जम्मू में लागू किया जा रहा है. इन दलों ने धमकी दी कि वह न केवल महबूबा मुफ्ती का बल्कि फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला समेत गुप्कार की बैठक का भी विरोध किया जाएगा.


गौरतलब है कि 7 नवंबर को इस डिक्लेरेशन के घटक दलों की बैठक जम्मू में होगी. सूत्रों के मुताबिक जम्मू पहुंचते ही महबूबा एयरपोर्ट से सीधा सरकारी गेस्ट हाउस जाएंगी जहां पर वह थोड़ी देर आराम करेंगी. इसके बाद पीडीपी के कुछ वरिष्ठ नेताओं की महबूबा के साथ शाम करीब 5 बजे बैठक होगी. इस बैठक में गुप्कार घोषणा के बाद जम्मू में उठे राजनीतिक बवाल पर चर्चा हो सकती है.


सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि शुक्रवार को महबूबा मुफ्ती जम्मू में अपने कार्यालय भी जा सकती हैं, यहां वह अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से बैठक करेंगी. गौरतलब है कि जम्मू में सभी राजनीतिक, सामाजिक और गैर सामाजिक संगठनों ने पीपुल्स एलाइंस फॉर गुप्कार डिक्लेरेशन को सिरे से नकारा है. जम्मू में इस डिक्लेरेशन का जबरदस्त विरोध हो रहा है जिसके बाद अब इस डिक्लेरेशन पर सियासत का और गरमाना तय है.