Jammu Kashmir News: महबूबा मुफ्ती का आरोप- बिना सबूतों के लोगों को गिरफ्तार कर रही है सरकार
Jammu Kashmir News: पीडीपी की अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बिना सबूतों के लोगों की गिरफ्तारी हो रही है. अगर ये इसी तरह जारी रहा तो सभी को इसकी कीमत चुकानी होगी.
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि सरकार बिना सबूतों के लोगों को गिरफ्तार कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से गिरफ्तारी होती रही तो इसके नतीजे खतरनाक होंगे और इसकी कीमत सभी को चुकानी होगी.
महबूबा मुफ्ती ने कहा, “हालिया हत्याएं (कश्मीर में) दुखद हैं...यह सरकार की विफलता है. एक कवर-अप के रूप में, सरकार बिना सबूत के लोगों को गिरफ्तार कर रही है. अगर वे गिरफ्तार करते रहे तो नतीजे खतरनाक होंगे, इसकी कीमत सभी को चुकानी पड़ेगी.”
The recent killings (in Kashmir) are saddening...It is govt failure. As a cover-up, govt is arresting people without evidence. If they keep arresting repercussions will be dangerous, everyone will have to pay the price: PDP leader Mehbooba Mufti pic.twitter.com/oZwZV9zx50
— ANI (@ANI) October 12, 2021
इसके अलावा महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करते हुए कहा, “जम्मू-कश्मीर प्रशासन को अल्पसंख्यकों पर हमले की पहले सूचना थी. फिर भी उन्होंने इन इनपुट्स को नज़रअंदाज़ किया. इसके बजाय वे केंद्रीय मंत्रियों को सुरक्षा प्रदान करने में व्यस्त थे, जिन्हें जम्मू-कश्मीर में तथाकथित सामान्य स्थिति के बीजेपी के प्रचार को बढ़ावा देने के लिए कश्मीर लाया गया था." इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी नहीं लेना और 700 नागरिकों को गिरफ्तार करना दोष को शिफ्ट करने करने और खुद को दोषमुक्त करने के इरादे को दर्शाता है.
इससे पहले 9 अक्टूबर को महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, “जम्मू-कश्मीर की स्थिति बद से बदतर होती चली गई है. मेरा डर इस तथ्य से और भी बढ़ गया है कि सुधार के बजाय, भारत सरकार चुनावों में राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए बाहुबल के इस्तेमाल की नीति जारी रखेगी. इसका कारण उत्तर प्रदेश में होने वाला अगला चुनाव है.’’
पीडीपी अध्यक्ष ने आगे लिखा था, 'आज एक बार फिर नजरबंद हूं. सीआरपीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गये निर्दोष नागरिक के परिवार से मिलने जाना चाहती थी. भारत सरकार चाहती है कि हम चुनिंदा हत्याओं की निंदा करें. वे केवल उन मामलों में नाराज होते हैं, जहां नफरत की राजनीति लोगों का ध्रुवीकरण करने के लिए शुरू की जा सकती है.’’