महबूबा मुफ्ती की पार्टी के सांसद मीर मोहम्मद फैयाज ने की मोदी सरकार की तारीफ, अनुच्छेद 370 पर दिया ये बयान
अपने विदाई भाषण में मीर मोहम्मद फैयाज ने कहा अपने कार्यकाल में वे सरकार के लोगों के पास जब किसी काम के लिए गए उन्होंने मना नहीं किया. कोई दिक्कत नहीं हुई. अगर दिक्कत हुई तो वह राज्य में बैठे अधिकारियों की वजह से हुई.
नई दिल्ली: राज्यसभा के चार सांसदों का अगले हफ्ते कार्यकाल खत्म हो रहा है. इसमें कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद और शमशेर सिंह ढुलो तो जम्मू-कश्मीर पीडीपी के मीर मोहम्मद फैयाज और नज़ीर अहमद लावे का नाम शामिल हैं. अपने विदाई भाषण में जम्मू-कश्मीर पीडीपी के मीर मोहम्मद फैयाज ने केंद्र के उज्जवला योजना की तारीफ की. उन्होंने कहा कि पहले हमारी महिलाएं जंगल से लकड़ी लाती थीं और आज उनके घरों में गैस है. इसके साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा वापस दिए जाने की मांग की.
मीर मोहम्मद फैयाज ने कहा, "राज्यसभा में काम करना बहुत बड़ा तजुर्बा था. इसमें बहुत कुछ सीखने को मिला...हमने अपने मुल्क के लिए काम किया. मुल्क का झंडा बुलंद किया...दुख तब होता है जब हमें कोई देशद्रोही कहता है...वो हम सह नहीं पाते हैं...जितनी भी मेन स्ट्रीम पार्टियां हैं उनसे गलतियां हुई हैं...जब जब जम्मू कश्मीर के बारे में फैसला लिया गया उस समय के प्रधानमंत्री ने जो कहा हमने अमल किया...अभी आज हमारे प्रधानमंत्री ने चुनाव की बात कही तो वहां लोग निकले...जो हुआ वो कहना चाहिए...पहले हमें साल में पांच लाख रुपये मिलता था...आज मैं लोगों से पूछता हूं तो कहते हैं पांच करोड़ मिले...जो हुआ वो कहना चाहिए...कल तक हमारी महिलाएं जंगल से लकड़ी लाती थीं और आज उनके घरों में भी गैस है."
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "मैं प्रधानमंत्री और होम मिनिस्टर से अपील करूंगा कि जम्मू-कश्मीर की आवाम के साथ इंसाफ करते हुए रियासत का दर्जा और जो स्पेशल स्टेटस का दर्जा था वो वापस करें. इससे जम्मू कश्मीर के लोगों का मुल्क पर भरोसा मजबूत होगा और ये मुल्क तरक्की का राह पर बढ़ेगा."
सरकार की भी तारीफ की
मीर मोहम्मद फैयाज ने कहा कि जब भी हम सरकार के लोगों के पास राज्य के मसले लेकर गए कभी इन्होंने मना नहीं किया. अगर कोई दिक्कत हुई तो हमारे स्टेट में जो ब्यूरोक्रेट बैठे हैं उनकी वजह से हुई. यहां से हमें कभी किसी चीज में मना नहीं किया गया.
अपने भाषण में उन्होंने कहा कि मैं इस सदन के सभी मेंबर का शुक्रगुजार हूं जिनके साथ मुझे काम करने का मौका मिला...मैंने अपनी शुरुआत म्यूनसिपल कमेटी के वार्ड मेंबर के तौर पर की...बाद में मैं म्यूनसिपल कमेटी का चेयरमैन बना. कभी ये नहीं सोचा था कि मैं इस राज्यसभा में पहुंचूंगा. 2014 में मुफ्ती मोहम्मद सईद साहब ने मुझे राज्यसभा में भेजा...मुफ्ती साहब ने कहा कि मैं आपको राज्यसभा में इसलिए भेज रहा हूं...हमारा मुल्क जो है वो बहुत महान है...वहां जब आप जाओगे जिस सदन में मैं आपको भेज रहा हूं वहां इस मुल्क की क्रीम है. उनसे आप कुछ सीखोगे. वहां से सीखकर आप यहां आकर अपने मुल्क के बारे में नौजवानों को बताओगे.
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