Air India Urination Case: विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सोमवार (9 जनवरी) को बताया कि उसने पिछले महीने पेरिस-नई दिल्ली उड़ान में यात्रियों के दुर्व्यवहार की दो घटनाओं को लेकर एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
डीजीसीए के अनुसार, पहली घटना में, नशे में धुत एक यात्री ने शौचालय में धूम्रपान किया और उसने चालक दल की बात नहीं सुनी. दूसरी घटना में, एक अन्य यात्री ने खाली सीट पर और एक महिला सहयात्री के कंबल पर पेशाब कर दिया, जब वह शौचालय गई थीं. दोनों घटनाएं छह दिसंबर, 2022 को पेरिस-नई दिल्ली उड़ान में हुईं.
'निपटने वाले प्रावधान का पालन नहीं किया गया'
नियामक ने एक बयान में कहा कि डीजीसीए ने एयर इंडिया से पांच जनवरी 2023 को घटना की जानकारी मांगी, उससे पहले कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी थी. नियामक ने कहा कि कंपनी ने छह जनवरी को ईमेल के जरिये जवाब भेजा और उस पर गौर करने के बाद प्रथम दृष्टया यह पता लगा कि आपत्तिजनक आचरण करने वाले यात्री से निपटने से जुड़े प्रावधान का पालन नहीं किया गया.
'क्यों न कार्रवाई की जाए?'
नियामक ने यह भी कहा कि विमानन कंपनी ने जवाबी कार्रवाई करने में सुस्ती बरती और उसमें देरी भी हुई. महानिदेशालय ने एयर इंडिया के संबंधित प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी किया कि नियामक दायित्वों की अवहेलना के लिए क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
बयान में कहा गया है कि नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों का पालन करते हुए, उन्हें अपना जवाब सौंपने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है और उस आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.
उड़ान में सहयात्री पर पेशाब करने का मामला
बता दें कि एयर इंडिया के विमान के भीतर एक सहयात्री पर पेशाब किए जाने के एक अन्य मामले ने तूल पकड़ा हुआ है. घटना 26 नवंबर की है, जब न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट के बिजनेस क्लास में एक आरोपी शंकर मिश्रा ने कथित तौर पर नशे की हालत में एक बुजुर्ग महिला सहयात्री पर पेशाब कर दिया था.
शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर 4 जनवरी को आरोपी को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले को लेकर एयर इंडिया स्टाफ की कथित लापरवाही सवालों के घेरे में है. पीटीआई के मुताबिक, विशेषज्ञों ने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने और अभद्र व्यवहार करने वाले यात्रियों से निपटने के लिए 2017 की नागर विमानन आवश्यकताओं (CAR) में संशोधन किया जाना चाहिए. विशेषज्ञों ने कहा है कि हाल के दिनों में उड़ानों में अनुचित आचरण की घटनाएं बढ़ी हैं क्योंकि एयरलाइन कंपनियां अपने व्यावसायिक हितों के कारण ऐसी घटनाओं पर पर्दा डालने की कोशिश करती हैं.
यह भी पढ़ें- 'आपका लेटर मिला, मैं जल्द ही आपसे मिलूंगा लेकिन...', सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिया LG को जवाब