Pegasus Issue: पेगासस के मुद्दे पर ममता बनर्जी ने फिर साधा निशाना, पूछा- सरकार जवाब क्यों नहीं दे रही?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोग पेगासस मामले के बारे में जानना चाहते हैं. उन्होंने सवाल किया कि सरकार इस मुद्दे पर जवाब क्यों नहीं दे रही है?
Pegasus Issue: पेगासस जासूसी का मुद्दा गरमाता जा रहा है. संसद में इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस मुद्दे पर एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है. सीएम ममता ने सवाल किया कि पेगासस को सरकार जवाब क्यों नहीं दे रही है? लोग इसके बारे में जानना चाहते हैं.
संसद में फैसले नहीं होंगे तो कहां होंगे- ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने सवाल किया, “पेगासस को सरकार जवाब क्यों नहीं दे रही है? लोग जानना चाहते हैं. संसद में नीतिगत निर्णय नहीं होंगे, वहां चर्चा नहीं होगी तो कहां होगी? यह चाय की दुकानों पर नहीं किया जाता है, यह संसद में किया जाता है.”
Why is the Govt not replying to Pegasus? People want to know. If policy decisions are not made in Parliament, if discussions are not held there, where will it take place? This is not done at tea stalls, this is done in the Parliament: West Bengal CM & TMC leader Mamata Banerjee pic.twitter.com/I2jbjGAWyG
— ANI (@ANI) July 28, 2021
इससे पहले पेगासस विवाद पर उन्होंने कहा कि स्थिति बहुत गंभीर है, आपातकाल से भी ज्यादा गंभीर है. उन्होंने कहा, “सभी जगह वे प्रवर्तन निदेशालय आयकर विभाग को छापा मारने के लिए भेज रहे हैं. यहां कोई जवाब नहीं दे रहा है. लोकतंत्र में सरकार को जवाब देना चाहिए. स्थिति बेहद गंभीर है, यह आपातकाल से भी ज्यादा गंभीर है.” उन्होंने कहा कि किसी से बात करना सुरक्षित नहीं है. प्रशांत किशोर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पीके का फोन टैप है. उन्होंने कहा कि आज पांच साल के बच्चे को भी मोबाइल की समझ है. जनता पेगासस क्यों नहीं समझेगी?
पेगासस के मुद्दे पर संसद में गतिरोध बरकरार
गौरतलब है कि पेगासस के मुद्दे पर संसद के मानसून सत्र में सरकार और विपक्ष के बीत गतिरोध बरकरार है. पेगासस जासूसी मामला और कुछ अन्य मुदों को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही पांच बार के स्थगन के बाद दोपहर चार बजकर करीब पांच मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई.
आज सुबह कार्यवाही शुरू होने पर शोर-शराबे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूरा प्रश्नकाल चलाया. इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह और विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू ने अनेक सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए.
हालांकि, प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद कुछ कांग्रेस सदस्यों ने पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल की ओर कागज उछाले और कुछ देर बाद सत्तापक्ष की तरफ भी कागज फेंके जिसके बाद कार्यवाही 12.30 बजे तक स्थगित कर दी गई. संसद के मानसून सत्र में पिछले सप्ताह और इस सप्ताह के शुरुआती दो दिन में विपक्ष के हंगामे के बीच पूरा प्रश्नकाल बाधित रहा था.