कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पेगासस स्पाईवेयर के मामले को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ उनकी बैठकों को निगरानी में रखा है.


ममता बनर्जी ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाते हुए कहा कि, "मैं प्रशांत किशोर और कुछ अन्य लोगों के साथ बैठक में थी. उन्होंने (सरकार) बैठक का क्लोन बनाया है. प्रशांत किशोर ने अपने फोन का ऑडिट किया और पता चला कि पेगासस स्पाइवेयर के माध्यम से हमारी एक बैठक उन्हें (सरकार) को पता थी." 


जासूसी रोकने के लिए उसने अपना फोन प्लास्टर कर दिया है- ममता


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शहीद दिवस पर भाषण देते हुए इजरायली स्पाईवेयर पेगासस द्वारा राजनेताओं और पत्रकारों की कथित जासूसी को लेकर केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि जासूसी रोकने के लिए उसने अपना फोन प्लास्टर कर दिया है.


रविवार को, एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने बताया कि पेगासस स्पाइवेयर के माध्यम से हैकिंग के लिए 300 से अधिक सत्यापित मोबाइल फोन नंबर, जिनमें दो मंत्री, 40 से अधिक पत्रकार, तीन विपक्षी नेताओं के अलावा भारत में कई व्यवसायी और कार्यकर्ता शामिल हैं, को निशाना बनाया जा सकता है.


पेगासस सॉफ्टवेयर का उपयोग कर जासूसी करने के आरोपों को सरकार ने किया खारिज


वहीं, चल रहे मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष द्वारा संसद में इस मामले को प्रमुखता से उठाने के साथ हंगामा शुरू कर दिया. सरकार ने सोमवार को लोकसभा में राजनेताओं, पत्रकारों और अन्य लोगों पर पेगासस सॉफ्टवेयर का उपयोग कर जासूसी करने के आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया.


जोर देकर कहा गया कि, देश के कानूनों में जांच और संतुलन के साथ अवैध निगरानी संभव नहीं है. साथ ही आरोप लगाया कि भारतीय लोकतंत्र को खराब करने के प्रयास किए जा रहे हैं.


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