क्या है आतंकी संगठन PAFF, जिसका जम्मू कश्मीर जेल के डीजी हेमंत लोहिया की हत्या से जुड़ा कनेक्शन
Jammu Kashmir: पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट पीएएफएफ (PAFF) पाकिस्तान बेस्ड आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ही बदला हुआ रूप है. यह पहले भी कई हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है.
People's Anti Fascist Force: जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) में पुलिस महानिदेशक हेमंत लोहिया (Hemant Lohia) की गला रेतकर हत्या कर दी गई. इस हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली है, जोकि पाकिस्तानी आतंकवादी समूह (Pakistani Terrorist Group) जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) से जुड़ा हुआ है.
पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट पीएएफएफ (PAFF) पाकिस्तान बेस्ड आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ही बदला हुआ रूप है. कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से PAFF का नाम सामने आने लगा था. पीएएफएफ आतंकी समूह अंसार गजवत-उल-हिंद के मारे गए कमांडर जाकिर मूसा से प्रेरित है, जो वैश्विक आतंकी समूह अल कायदा के लिए वफादार माना जाता है.
2020 में वीडियो जारी कर दी थी धमकी
पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट पीएएफएफ (PAFF) ने 2020 में वीडियो जारी कर धमकी दी थी. इसमें कहा गया था कि कश्मीर में इजरायल की तरह सेटलर्स कॉलनी नहीं बसाने देंगे. इन कॉलनीज में बसने वाले भारतीयों को निशाने पर लिया जाएगा.
ले चुका है कई हमलों की जिम्मेदारी
पीएएफएफ (PAFF) पहले भी कई हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है. अक्टूबर 2021 में जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के सुरनकोट में घात लगाकर किए गए हमले की जिम्मेदारी 'पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट' ने ली थी. सुरनकोट में हुए आतंकी हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे.
इससे पहले पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बीजेपी नेता राकेश पंडिता की हत्या की जिम्मेदारी ले चुका है. संगठन की ओर से प्रेस रिलीज जारी कर बताया गया था कि उनके कैडर ने त्राल में राकेश पंडिता की हत्या की है. राकेश पंडिता त्राल के नगर पार्षद के पद पर थे.
कई वीडियो जारी कर चुका है PAFF
PAFF अब तक कई वीडियो संदेश जारी कर चुका है और कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने के अपने उद्देश्य को हासिल करने के लिए इस तरह के और हमलों की चेतावनी दी है. एक वीडियो में धुंधले चेहरे वाले एक व्यक्ति ने सुरक्षा बलों के खिलाफ हमलों को बढ़ाने की चेतावनी दी थी.
इतना ही नहीं संगठन ने यह भी चेतावनी दी थी कि वह भारत को कश्मीर में किसी भी जी -20 बैठक का आयोजन करने की अनुमति नहीं देने के लिए दृढ़ है और इसे रोकने के लिए कुछ भी और सब कुछ करेगा. वहीं, हेमंत लोहिया की हत्या की खबर मिलते ही जम्मू-कश्मीर अलर्ट मोड पर आ गया है. क्योंकि इतनी बड़ी वारदात का होना कहीं न कहीं सुरक्षा पर सवाल उठाती है.
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