नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मिंटो रोड पर जलजमाव के चलते एक बस के उसमें डूबे होने की तस्वीरें प्रकाशित होने के बाद इस पर स्वत : संज्ञान लेते हुए कहा कि क्या दिल्ली में हमारे पास इस तरह का शासन है. वहीं , मुंबई में सड़कों पर बने गड्ढों के चलते लोगों की जानें जा रही हैं और अधिकारी गड्ढे गिन रहे हैं.


कोर्ट ने स्वत: लिया संज्ञान


कोर्ट ने मुंबई की सड़कों पर बने गड्ढों के चलते लोगों की जान जानें की खबरों पर भी स्वत : संज्ञान लिया और दोनों शहरों (दिल्ली , मुंबई) के नगर निकाय अधिकारियों की आलोचना की. जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस दीपक गुप्ता की सदस्यता वाली एक पीठ ने मॉनसून के दौरान जलजमाव और सड़कों पर बने गड्ढों के चलते जनजीवन ठहर जाने को लेकर दोनों शहरों के नगर निकाय अधिकारियों की आलोचना की.


गड्ढों के चलते जा रही हैं  जानें -कोर्ट


पीठ ने कहा, 'एक बस मिंटो रोड पर जलमग्न हो गई. क्या दिल्ली में हमारे पास इस तरह का शासन है.' कोर्ट ने कहा कि मुंबई में लोगों की सड़कों पर बने गड्ढों के चलते जानें जा रही हैं और अधिकारी गड्ढे गिन रहे हैं. पीठ ने कहा कि रिपोर्टों के मुताबिक मुंबई में सड़कों पर लगभग 4,000 गड्ढे हैं.


केंद्र की ओर से पेश हुए अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने इन उदाहरणों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और बेंगलुरू के बेल्लंदुर झील की जहरीली झाग का भी जिक्र किया. कोर्ट ने वेणुगोपाल द्वारा उठाए गए इस मुद्दे को गंभीर बताया. दिल्ली में अनधिकृत निर्माण की सीलिंग की सुनवाई के दौरान यह मुद्दा उठाया गया.