(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Diwali 2022: दिल्ली में रोक के बावजूद कई इलाकों में जमकर हुई आतिशबाजी, 'जहरीली' हो सकती है हवा
Delhi News: दक्षिण पश्चिम दिल्ली के मुनिरका में तेज आवाज वाले पटाखे फोड़े गए. लक्ष्मी नगर, मयूर विहार, शाहदरा, यमुना विहार समेत कई इलाकों में भी जमकर आतिशबाजी हुई.
Delhi Diwali Celebration: राष्ट्रीय राजधानी में पटाखे चलाने पर लगी रोक का उल्लंघन करते हुए दिल्लीवासियों ने दिवाली की रात को कई इलाकों में आतिशबाजी की. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पिछले हफ्ते कहा था कि दिल्ली (Delhi) में दिवाली पर पटाखे फोड़ने पर छह महीने तक की जेल की सजा और 200 रुपये का जुर्माना लग सकता है. लोगों को पटाखे चलाने से रोकने के लिए नियम बनाए जाने के बावजूद शाम होते ही दक्षिण से लेकर उत्तर पूर्वी और उत्तर पश्चिम दिल्ली समेत शहर के कई इलाकों में लोगों ने आतिशबाजी शुरू कर दी. कहीं कहीं तो तेज आवाज वाले पटाखे भी फोड़े गए.
देश भर में दिवाली का त्यौहार सोमवार (24 अक्टूबर) को मनाया गया. इस दिन पटाखे फोड़ना पुरानी परंपरा है, लेकिन शहर के अधिकारियों ने कहा था कि आतिशबाजी पर रोक लगाने का फैसला पर्यावरणीय और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं की वजह से किया गया है. पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं और मौसम की प्रतिकूल स्थिति के बीच दिल्ली की वायु गुणवत्ता के सोमवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में चली गई.
वायु गुणवत्ता हो सकती है और खराब
हालांकि 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 312 रहा जो दिवाली के दिन सात साल में दूसरा सबसे बेहतर एक्यूआई है. इससे पहले 2018 में दिवाली पर एक्यूआई 281 दर्ज किया गया था. विशेषज्ञों ने इस बात की आशंका जताई कि अगर इस साल फिर से ज्यादा पटाखे फोड़े गए तो वायु गुणवत्ता और खराब हो सकती है. वायु गुणवत्ता प्रणाली और मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान (सफर) ने पहले पूर्वानुमान जताया था कि अगर पिछले बरस की तरह ही इस बार भी पटाखे फोड़े जाते हैं, तो दिवाली की रात को हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच सकती है तथा एक और दिन ‘रेड’ जोन में रह सकती है.
लोगों ने जमकर की आतिशबाजी
बहरहाल, प्रतिबंध के बावजूद शाम छह बजे से ही शहर के विभिन्न इलाकों में लोगों ने आतिशबाजी शुरू कर दी. दक्षिण दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश, नेहरू प्लेस, मूलचंद समेत अन्य इलाकों में शाम से ही पटाखे फोड़ने की आवाजें सुनी जाने लगीं. पटाखे फोड़ने पर व्यापक प्रचार के बावजूद बुराड़ी में भी कई लोगों ने आतिशबाजी की. पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर, मयूर विहार, शाहदरा, यमुना विहार समेत कई इलाकों में यही स्थिति रही.
तेज आवाज वाले पटाखे फोड़े गए
कुछ निवासियों ने कहा कि इस बार पटाखों की आवाज पिछले साल से कम है. दक्षिण पश्चिम दिल्ली की मुनिरका में कथित रूप से तेज आवाज वाले पटाखे फोड़े गए हैं. वहीं, दिल्ली में पटाखे फोड़ने पर रोक को लागू करने के लिए 408 दल गठित किए गए थे. दिल्ली पुलिस ने सहायक पुलिस आयुक्तों के नेतृत्व में 210 दल गठित किए. वहीं राजस्व विभाग ने 165 दल और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 33 दल गठित किए.
गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी आतिशबाजी हुई
पड़ोसी हरियाणा के दिल्ली से सटे गुरुग्राम (Gurugram) और फरीदाबाद (Faridabad) शहरों में भी लोगों ने पटाखे फोड़े. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक्यूआई 301, नोएडा में 303, ग्रेटर नोएडा में 270 रहा जबकि गुरुग्राम में 325 और फरीदाबाद में 256 दर्ज किया गया. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 200 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 को ‘गंभीर’ माना जाता है.
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