प्रदीप मेहरा सोशल मीडिया पर अब एक जाना-माना नाम बन चुका है. उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले प्रदीप केवल 19 साल का हैं जो देर रात 10 किलोमीटर की दोड़ कर अपने घर पहुंचते हैं. प्रदीप के दौड़ की वीडियो के वायरल होने के बाद अब कई लोग उसकी मदद के लिए सामने आ रहे हैं.
दरअसल, वायरल वीडिया फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने बनाकर शेयर की थी. इस वीडियो में प्रदीप नोएडा की सड़क पर भागते दिखाई दे रहे थे. इस वीडियो में प्रदीप भागते हुए बताते हैं कि वो मैकडॉनल्ड कंपनी में काम करते हैं और उन्हें सेना में भर्ती होना है इसलिए वो रोज अपनी शिफ्ट के बाद घर तक दौड़ कर जाते हैं जिससे उनकी प्रैक्टिस हो जाए. उन्होंने ये भी बताया कि वो नोएडा में अपने भाई के साथ रहते हैं और उनकी मां बीमार हैं जो अस्पताल में भर्ती हैं. प्रदीप की इस वायरल वीडियो को देख उनकी मदद के लिए कई लोग हाथ बढ़ा रहे हैं.
डीएम सुहास एलवाई ने मां के इलाज का दिया आश्वासन
यूपी के गौतमबुद्धनगर जिले के डीएम सुहास एलवाई ने बीते दिन प्रदीप और उनके भाई से मुलाकात की. जानकारी के मुताबिक, डीएम ने उनके करियर से लेकर मां के इलाज तक मदद का आश्वासन दिया है. बताया जा रहा है कि प्रदीप की मां टीबी की मरीज हैं जिनका दिल्ली में इलाज चल रहा है. डीएम ने इस मुलाकात में प्रदीप से उनकी मां के इलाज के पेपर लिए और नोएडा के एक अस्पताल में उनकी रिपोर्ट को दिखवाया. उन्होंने प्रदीप को आश्वासन दिया कि अगर मुमकिन हुआ तो उनकी मां का इलाज वो यहीं करवाएंगे. प्रदीप ने डीएम को ये भी बताया कि वीडियो के वायरल होने के बाद से कई इन्सिट्यूट और कॉलेज उन्हें संपर्क कर फ्री एडमिशन देने को कह रहे हैं. हालांकि अभी उन्होंने तय नहीं किया है कि वो किस कॉलेज एडमिशन लेना चाहते हैं.
पुष्कर सिंह धामी ने की प्रदीप से फोन पर बात
वहीं, प्रदीप की मदद के लिए उत्तराखंड की सरकार ने भी हाथ बढ़ाया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदीप से फोन पर बात कर उनकी मां का हाल जाना है साथ ही उनके इलाज का आश्वासन दिया है.
वहीं, रिटायर्ड आर्मी अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ ने भी प्रदीप को मदद का आश्वासन दिया है. उन्होंने प्रदीप की वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'उनकी योग्यता के आधार पर भर्ती परीक्षा पास कराने में मदद के लिए मैंने ईस्टर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राणा कलिता से बातचीत कर ली है. वो प्रदीप की मदद के लिए जो कुछ भी संभव है वो कर रहे हैं.'
यह भी पढ़ें.