G 20 Summit: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि आगामी जी-20 बैठक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के लिए एक अच्छी प्रचार कवायद हो सकती है, लेकिन भारत को दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) का शिखर सम्मेलन आयोजित करने और क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा करने से ही ‘विश्वगुरु’ बनने में मदद मिलेगी.
भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव के बीच, काठमांडू में 2014 की बैठक के बाद से द्विवार्षिक सार्क शिखर सम्मेलन नहीं हुआ है. पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने 22 से 24 मई तक श्रीनगर में पर्यटन पर जी-20 समूह की बैठक की तैयारियों पर कहा, "हम जी-20 के सदस्य देश- ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका या जापान, के करीब नहीं रहते हैं."
भारत को दुनिया में अग्रणी बनने में मिलेगी मदद
उन्होंने कहा कि हम इस क्षेत्र में रह रहे हैं और सार्क इस क्षेत्र की समस्याओं का ध्यान रखता है. अगर सरकार पहल करती है और सार्क शिखर सम्मेलन होता है और पाकिस्तान में जो कुछ हो रहा है, उसके साथ-साथ इस क्षेत्र की समस्याओं का समाधान होता है तो इससे भारत को इस क्षेत्र में ही नहीं, दुनिया में अग्रणी बनने में मदद मिलेगी."
2019 के बाद पहली अंतरराष्ट्रीय बैठक
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, लेकिन सरकार को यह समझना होगा कि रास्ता सार्क से होकर जाता है, न कि जी-20 से. केंद्र शासित प्रदेश में अगस्त 2019 के बाद आयोजित होने वाली जी-20 की बैठक पहली अंतरराष्ट्रीय बैठक होगी.
बीजेपी का कार्यक्रम बना दिया
मुफ्ती ने कहा, "जहां तक जी-20 का संबंध है, इसे बीजेपी का एक कार्यक्रम बना दिया गया है, क्योंकि यहां तक कि 'लोगो' को भी कमल से बदल दिया गया है. यह पार्टी के लिए एक तरह का अच्छा प्रचार हो सकता है और जहां तक जम्मू-कश्मीर का संबंध है आपने देखा है, खासकर घाटी में, किस तरह से कार्रवाई हो रही है.
हालांकि, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने किसी भी मनमानी से इनकार करते हुए कहा कि केवल उन्हीं लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनके खिलाफ देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के डिजिटल सबूत हैं. महबूबा ने कहा कि जी-20 बीजेपी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक अच्छा प्रचार कवायद हो सकती है लेकिन यह भारत को 'विश्वगुरु' नहीं बनाने जा रहा है, जिसके बारे में वे बात करते हैं.
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