Maharashtra Diwali Kit: महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और एकनाथ शिंदे गुट के गठबंधन की सरकार है. इस साल दिवाली के मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गरीब लोगों के लिए 100 रुपये में खाने के सामान वाली दिवाली किट देने की घोषणा की थी. इस किट का नाम 'आनंदचा शीधा' रखा गया गया है. इसके लिये एक संस्था को 513 करोड़ का ठेका भी दिया गया था. इस दिवाली किट में 100 रूपये में एक किलो दाल, एक किलो रवा, एक किलो चीनी और एक लीटर खाने का तेल देने की बात कही गई थी.


दिवाली आने में बस 4 दिन बाकी हैं और लोगों को यह किट अभी तक नहीं मिली है. इस बात का खुलासा एबीपी न्यूज की महाराष्ट्र टीम ने किया. टीम ने महाराष्ट्र के कुछ जिलों में जाकर इसका रियलिटी चेक भी किया. इससे यह बात सामने निकलकर आई. 

ऑरेंज और येलो राशन कार्ड धारकों को मिलेगा
सरकार ने कहा था कि जितने भी लोगों के पास ऑरेंज और येलो राशन कार्ड है. उनको यह दिवाली किट महाराष्ट्र के सभी सरकारी राशन की दुकानों से मिलेगा. चार दिन बाद दिवाली है, लेकिन महाराष्ट्र की एबीपी न्यूज के रियलिटी चेक में पता चला कि सरकार की ये दिवाली किट अभी तो राशन की दुकानों तक भी नहीं पहुंची है और ना लोगों की मिली है. इसका रियलिटी चेक की शुरुआत देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से हुई है.

सरकारी दुकानदार ने क्या कहा
मुंबई के अंधेरी इलाके में सरकारी राशन की दुकान चलाने वाले ने बताया कि एक कोई किट आने वाली है, जो ऑरेंज राशन कार्ड धारको को दिवाली पर 100 रूपये में देनी है. उसने यह भी कहा कि किट अभी तक नहीं आयी है. दुकानदार ने कहा कि जब सरकार ने कहा है तो आयेगी जरूर, लेकिन कब आएगी इसका पता नहीं है. एबीपी न्यूज की टीम ने उसी मोहल्ले के सरकारी दुकान से राशन ले जाने वाले लोगों से भी बात की. उन्होंने कहा कि दो दिन बाद दिवाली है. अभी तक तो दिवाली किट नहीं मिली, हो सकता है दिवाली के बाद मिले, लेकिन उम्मीद है जरूर मिलेगी .

पुणे,औरंगाबाद, कोल्हापुर भी नहीं पहुंची किट
मुंबई के पास ठाणे शहर में भी दीवाली किट अभी तक नहीं मिली है, जबकि ठाणे शहर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इसी इलाके से आते हैं, लेकिन यहां भी लोग इस किट के इंतजार में हैं. यहां की कुछ राशन की दुकानों में किट में रखे जाने वाले कुछ सामान तो आ गये हैं, लेकिन कुछ अभी भी आने को बाकी हैं. इसलिए पूरी किट नहीं बन पाई है. ऐसा ही हाल पुणे शहर का है. वहां के लोग भी दीवाली किट का इंतजार कर रहे हैं. महाराष्ट्र के औरंगाबाद, कोल्हापुर जैसे शहरों में भी यह दिवाली किट अभी तक सरकारी राशन की दुकानों का पर नहीं पहुंच पाई है.

6 करोड़ राशन कार्ड धारको को मिलेगा लाभ

महाराष्ट्र सरकार ने दावा है कि इस दिवाली किट से महाराष्ट्र के करीब 6 करोड़ राशन कार्ड धारकों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. महाराष्ट्र के स्टेट कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन नामक संस्था को इसका ठेका 509 करोड़ में दिया गया है. अब उस पर भी कई सवाल खड़े होने लगे हैं. सवाल खड़े होने का कारण है कि ठेके देने के बाद इसकी मंजूरी मंत्रिमंडल से दी गई. विवाद इस बात पर भी है कि जब यह संस्था इन सामानों की सप्लाई नहीं करती तो उसे यह ठेका क्यों दिया गया. इस किट में दिये जाने वाले सामान दाल, तेल, रवा, चीनी ठेका लेने वाली संस्था दूसरी कंपनियों से लेकर किट बना रही है.

ट्रांसपोर्ट में लग रहा है समय

दीपावली किट पहुंचने में हो रही देरी के मुद्दे पर महाराष्ट्र के फूड सप्लाई मंत्री ने कहा है कि गरीब जनता की दिवाली आनंदमयी हो, इसके लिये महाराष्ट्र सरकार का यह प्रयास है. सबके पास दीवाली किट पहुंचाने का प्रयास चल रहा है. उन्होंने कहा कि क्योंकि किट के सामान अलग जगहों से आ रहे हैं, इसलिए ट्रांसपोर्ट में टाइम लग रहा है. 20 तारीख तक हर सरकारी राशन की दुकान पर पहुंच जाएगी. इसके लिए हमारा विभाग तेजी से काम पर लगा हुआ है.  

नासिक में बटीं है यह किट
हालांकि की महाराष्ट्र के नासिक जैसे शहरों से इस दिवाली किट के बांटने की खबरें सामने आई हैं. इसके लिये लोगों की लंबी कतारें देखने को मिली हैं. जितने भी लोगों को यह किट मिली है, उनके चेहरे पर खुशी भी दिखायी दे रही है.