PM Meets Afghan Sikhs: पिछले वर्ष अफगानिस्तान में तालिबान के शासन में लौटने के बाद वहां से बचाये गये सिखों ने आज पीएम मोदी से मुलाकात की. इस दौरान वहां पर मौजूद एक शख्स निदान सिंह ने उनको अपनी दास्तान सुनाई. उन्होंने कहा कि तालिबानियों ने हमें गुरद्वारे में पकड़ लिया था.
वह हमको हिंदुस्तानी जासूस समझ रहे थे और हमारा धर्मांतरण कराना चाहते थे. उन्होंने कहा कि लेकिन हम पीएम मोदी का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने इस मुश्किल वक्त में हमारा साथ दिया और उन्होंने हमको वहां से रेस्क्यू करवाया था.
अब हमारी यही इच्छा है कि भारत सरकार हमें रहने की जगह और इस देश में राष्ट्रीयता प्रदान करे. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में अपने आवास पर इन अफगान सिख-हिंदू प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी. इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने पीएम मोदी से मिलकर अफगानी नागरिकों की मदद करने के लिए शुक्रिया अदा किया है.
तालिबान के सत्ता पर कब्जे के बाद किये गये रेस्क्यू
जानकारी के मुताबिक, बीते साल इनका अफगानिस्तान में अपहरण कर लिया गया था. बता दें, इन लोगों में से ऐसे भी हैं जिन्हें हाल फिलहाल अफगानिस्तान से भारत लाया गया है. इन लोगों ने पीएम मोदी के अलावा वर्ल्ड पंजाबी ऑर्गनाइजेशन, मंदीप सिंह सोबती फाउंडेशन समेत कई भारतीय संगठनों को भी बधाई दी है.
आपको बता दें कि अफगान सिख-हिंदुओं ने पीएम से मांग की है कि इनको नागरिकता और ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया दिया जाए. इसके अलावा वीजा, आवासीय परमिट और निकास परमिट की भी इन्होंने गुजारिश की है. इस प्रतिनिधिमंडल ने पीएम से अफगानिस्तान के गुरुद्वारों और मंदिरों का रखरखाव समेत सुरक्षा की अपील की है.
प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान क्या थी प्रतिनिधिमंडल की मांग
1. नागरिकता और ओवरसीज सिटिजनशिप प्रदान की जाये
2. सरकारी नौकरियों में छूट देने की मांग
3.अफगान शरणार्थियों के पुनर्वास की अपील
4. वीजा, आवासीय और निकास परमिट देने की गुजारिश
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