जम्मू: कश्मीर घाटी के सोपोर में बुधवार को हुए एनकाउंटर में फंसे एक तीन साल के बच्चे को गोलीबारी से बचाने में सीआरपीएफ के जज्बे को जम्मू के लोगों ने सालम किया. जम्मू में लोगों का दावा था कि एक बच्चे को बचाने के लिए अपने प्राणों की परवाह न करने का जज्बा सिर्फ भारतीय सुरक्षाबल ही दिखा सकते है.
कश्मीर के सोपोर इलाके से बुधवार तड़के हुए इस एनकाउंटर की तस्वीरें जैसे ही सामने आयी तो लोग भावुक हो गए. इन तस्वीरो में सड़क पर पड़े तीन साल के अयाद को अपने नाना की छाती पर बैठे देखा जा सकता है. इसी बीच गोलियों को बौछार के बीच इस तीन साल के मासूम को सीआरपीएफ के एक कमांडो ने अपनी जान की परवाह न करते हुए सुरक्षित निकाल लिया.
अब पूरा देश सीआरपीएफ के इस जज़्बे को सलाम कर रहा है. जम्मू में डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने सुरक्षाबलों के इस जज़्बे को सलाम किया. फ्रंट के अध्क्षय अशोक गुप्ता के मुताबिक एक बच्चे को बचाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डालने का जज़्बा सिर्फ भारतीय सुरक्षाबलों में है. उनके मुताबिक सुरक्षाबल कश्मीर के अवाम को अपना परिवार मानते हैं. श्रीनगर के नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वहां का कोई भी नेता सुरक्षाबलों के इस जज़्बे के बारे में कुछ नहीं बोल रहा.
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