Gujarat ABP News C-Voter Final Survey: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान से तीन दिन पहले राज्य की बीजेपी सरकार के कामकाज को लेकर सर्वे के नतीजे सामने आए हैं. एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने सर्वे (ABP News C-Voter Survey) किया है.
फाइनल ओपिनियन पोल में भूपेंद्र पटेल सरकार (Bhupendra Patel Govt) के कामकाज को 'अच्छा' बताने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है लेकिन प्रतिशत के हिसाब से यह 50 फीसदी से कम है. चुनाव से ठीक पहले के सर्वे के नतीजों से जनता का मूड पता चलता है.
सवाल- राज्य सरकार का कामकाज कैसा?
स्रोत- सी वोटर
- अच्छा-47%
- औसत-23%
- खराब-30%
इन आंकड़ों का मतलब क्या है?
सर्वे के नतीजों के मुताबिक, चुनाव से ठीक पहले 47 फीसदी लोग मान रहे हैं कि गुजरात में बीजेपी सरकार का कामकाज अच्छा है. वहीं, दूसरे नंबर ऐसे लोगों की संख्या है जिन्होंने राज्य सरकार के काम को खराब बताया है. 30 फीसदी लोगों का कहना है कि राज्य सरकार का कामकाज खराब है. बीजेपी के लिए राहत की बात यह है कि 24 फीसदी लोगों ने गुजरात सरकार के कामकाज को औसत बताया है. 47 सरकार के काम को अच्छा बताने वाले 47 फीसदी और औसत बताने वाले 23 फीसदी लोगों को जोड़ दिया जाए तो बीजेपी को 70 फीसदी लोगों की संभावित सहानुभूति मिलती दिख रही है.
वहीं, अगर औसत वाले 23 और खराब विकल्प चुनने वाले 30 को मिलाया जाए तो आंकड़ा 53 फीसदी हो जाता है. अब ऐसे में कामकाज को औसत बताने वाले लोग गेंमचेंजर की भूमिका में रह सकते हैं. वे किस पाले में जाते हैं, यह राज्य में बीजेपी का भविष्य तय करेगा.
काम अच्छा बताने वालों में 5 फीसदी का उछाल
इससे पहले 18 अक्टूबर को जारी हुए एबीपी न्यूज सी-वोटर सर्वे के नतीजों में 42 फीसदी और दो अक्टूबर के नतीजों में भी 42 फीसदी लोगों ने गुजरात सरकार के कामकाज को अच्छा बताया था. बता दें कि गुजरात में एक और पांच दिसंबर को क्रमश: पहले और दूसरे चरण के लिए मतदान किया जाएगा. मतगणना का दिन आठ दिसंबर है. उम्मीद है कि इसी दिन नतीजे जारी कर दिए जाएंगे. पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार मंगलवार (29 नवंबर) की शाम को थम जाएगा.
डिस्क्लेमर: एबीपी न्यूज के लिए यह सर्वे सी-वोटर ने 22 नवंबर से 28 नवंबर तक किया. इसमें 19, 271 लोगों से सवाल-जवाब किया गया. सर्वे के नतीजें पूरी तरह से जनता की राय पर आधारित हैं. एबीपी न्यूज का नतीजों से कुछ भी लेना-देना नहीं हैं. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.