जम्मू: लॉकडाउन चार के दौरान जम्मू में जल्द 200 शराब की दुकानों में से 50 दुकानें खोलने की अनुमति मिल सकती है. हालांकि इन दुकानों को कब से खोला जाएगा इस पर अभी फैसला नहीं लिया गया है. जम्मू में शराब की दुकानें बंद होने से सरकार को रोजाना लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है, जिसका सीधा असर अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है.


देश के कई राज्यों में लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खोली गई हैं, लेकिन जम्मू में अभी भी शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं मिली है. हालांकि, कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में पिछले 2 महीने से जम्मू में शराब की दुकानें बंद होने से प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए का घाटा हुआ है.


इस घाटे को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार ने शराब और बीयर पर एक्साइज ड्यूटी 50 प्रतिशत तक बढ़ा दी है. एक्साइज ड्यूटी में यह बढ़ोतरी बोतल पर अंकित मूल्य पर लागू होगी. इसका सीधा मतलब है कि प्रदेश में शराब की कीमतें 50 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं.


प्रदेश के आबकारी विभाग की तरफ से जारी एक आदेश में रविवार को यह कहा गया कि सोमवार से जम्मू कश्मीर में शराब की कीमतें बढ़ जाएंगी. सोमवार को आबकारी विभाग की बैठक में विभाग के आयुक्त और केशवन ने कहा कि शहर की भीड़भाड़ वाले इलाकों में तीन से चार शराब की दुकानें हैं और इन इलाकों में सिर्फ एक दुकान खोलने की अनुमति होगी.


यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि शहर में भीड़ ना लगे. वहीं शहर में यह दुकानें कब खुली इस बात का फैसला अभी तक नहीं हो पाया है. इस बैठक में कहा गया कि शहर में शराब की 200 दुकानों में से सिर्फ 50 को खोलने की अनुमति दी जाएगी. दुकानें खुलने से पहले आबकारी विभाग की तरफ से लोगों को हिदायत दी गई है कि दुकानें खुलने पर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें इसके लिए शराब की दुकानों के बाहर लोगों को खड़े होने के लिए गोले भी बनाए गए हैं.


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