कासगंज हिंसा: चार दिन बाद टूटी योगी की चुप्पी, कहा- अराजकता बर्दाश्त नहीं, दोषियों पर होगी कार्रवाई
कल राज्यपाल राम नाईक ने कासगंज हिंसा को राज्य पर कलंक बताया था. वहीं अब गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है. गृह मंत्रालय ने पूछा है कि हिंसा कैसे हुई और समय रहते इस पर काबू क्यों नहीं पाया गया.
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के दिन सांप्रदायिक तनाव की आग में जले कासगंज पर सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने चार दिन बाद चुप्पी तोड़ी है. योगी ने कहा है कि किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी.
क्या बोले योगी आदित्यनाथ? योगी ने कहा, ''पूरे प्रदेश के अंदर विकास और सुशासन हमारा प्रमुख मुद्दा है. आज इसी को लागू करवाने के लिए मैं और मेरे मंत्री निकले हैं. प्रदेश में बिना किसी भेदभाव के योजनाओं का लाभ हर किसी को पहुंचाना और हर नागरिक को सुरक्षा प्रदान करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. प्रदेश में भ्रष्टाचार और किसी भी प्रकार की अराजता के लिए स्थान नहीं है. भ्रष्टाचार और अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी.''
प्रदेश की कानून व्यवस्था से सीएम नाराज प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था और कासगंज हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री नाराज हैं. मुख्यमंत्री आज खुद मुख्य सचिव ,प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. कैबिनेट की मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश भर के पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की क्लास लेंगे.
गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट कासगंज हिंसा पर गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है. गृह मंत्रालय ने पूछा है कि हिंसा कैसे हुई और समय रहते इस पर काबू क्यों नहीं पाया गया. गृह मंत्रालय ने प्रशासन की नाकामी पर भी सवाल पूछा है. कासगंज के डीएम ने अपनी रिपोर्ट गृह विभाग यूपी को भेज दी है.
चंदन गुप्ता केस में 11 लोग जेल गए: एसपी कासगंज कासगंज के नए एसपी पीयूष श्रीवास्तव के मुताबिक चंदन गुप्ता की हत्या मामले में अब तक कुल 11 लोग जेल भेजे गए हैं. इसमें से पांच वो जिनके खिलाप नामजद रिपोर्ट लिखवाई गई, बाकी छह अन्य लोग जिन्हें इसी केस में गिरफ्तार किया गया है. इस केस में कुल बीस लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है. अब तक कुल भी नामजद आरोपी फरार हैं.
कासगंज हिंसा: तिरंगा यात्रा पर सवाल उठाने वाले बरेली के डीएम पर कार्रवाई करेगी योगी सरकार कासगंज: जानिए- तुलसी की जन्मभूमि, गंगा-यमुना के दोआब में बसे इस जिले का पूरा इतिहास यूपी: आगरा में न्यूज एंकर से छेड़छाड़, 1090 से भी नहीं मिली मदद, सोती रही हेल्पलाइन टीमक्या है पूरा मामला? पश्चिमी यूपी के कासगंज में 26 जनवरी को विश्व हिन्दू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने तिरंगा यात्रा निकाली और जबरन एक समुदाय विशेष के मोहल्ले में हंगामा किया. इसके बाद लोगों ने बाइक पर निकली तिरंगा यात्रा पर पथराव किया और हिंसा भड़क गई. हिंसा में चंदन नाम के युवक की मौत हो गई, जबकि अकरम की आंख चली गई.
चंदन की अंत्योष्टि से वापस आ रहे लोगों ने कासगंज में जमकर बवाल किया. प्रशासन की नाक के नीचे दुकानों और बसों में आग लगाई गई. तीन दिन तक कासगंज सांप्रदायिक हिंसा की आग में जलता रहा.