नई दिल्ली: तीन तलाक के मुद्दे पर घोषणा के लिए आल इण्डिया मुस्लिम पर्शनल लॉ बोर्ड पर निशाना साधते हुए विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने आज आरोप लगाया कि वह महिलाओं को समान अधिकार देने को तैयार नहीं है और उन्हें केवल एक वस्तु समझता है.
मुस्लिम महिलाओं के लिए समान अधिकार की वकालत करते हुए विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डा. सुरेन्द्र जैने ने आरोप लगाया कि एआईएमपीएलवी आज भी सदियों पुरानी रूढिवादी परंपरा थोप रही है.
पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि मुसलमानों के पास पर्सनल लॉ का पालन करने का संवैधानिक अधिकार है. जैन ने कहा कि एआईएमपीएलबी महिलाओं को वस्तु समझते हैं. अपनी आधी आबादी को ये सामान्य मानव अधिकार भी देने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि और इसलिए मुस्लिम महिलाओं को मानवाधिकार दिलाने हेतु अब केंद्र सरकार को ही इस बाबत आवश्यक कानून अविलम्ब बनाने चाहिए.