Pet Dog: बढ़ी टेंशन, अब चोरी छिपे हेवी ब्रीड के पालतू कुत्तों को रात में लावारिस छोड़ रहे लोग
Dog: हेवी ब्रीड के पालतू कुत्तों के लगातार हमलों के बाद एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है. ऐसे लोगों की संख्या बढ़ी है जिन्होंने इसे पाल रखा था, लेकिन अब रात को दूर-दराज में लावारिस छोड़कर आ रहे हैं.
People Now Leaving Heavy Breed Pet Dog: देसी और आवारा कुत्तों के लोगों पर हमला करने और उन्हें काटने के मामले अक्सर सुनते होंगे. पिछले कुछ महीनों से अब पालतू कुत्ते भी आक्रमक हो रहे हैं और लोगों पर हमला कर रहे हैं. लखनऊ में 2 महीने पहले एक पालतू पिटबुल कुत्ते के काटने से मालकिन की ही मौत हो गई थी. इसके बाद दिल्ली-NCR में पिटबुल या दूसरे पालतू कुत्तों द्वारा लोगों पर हमलों की कई खबरें सामने आईं.
इनके बाद इस तरह के खतरनाक कुत्तों को पालने पर रोक लगाने की मांग भी उठने लगी है. इन सबके बीच एक और असर देखने को मिल रहा है. दरअसल, इस तरह के हेवी ब्रीड के पालतू कुत्तों को लोग अब लावारिस छोड़कर भाग रहे हैं.
पिछले 2 महीने में कुत्ता छोड़कर जाने वालों की संख्या बढ़ी
दिल्ली से सटे नोएडा में एनजीओ हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स के सामने पिछले 2 महीने में अलग-अलग ब्रीड के कुत्तों के मालिक अपने पालतुओं को छोड़ कर गए हैं. संचालक संजय महापात्रा का कहना है कि कुत्तों के मालिक उनके एनिमल शेल्टर के बाहर देर रात या तड़के अपने पालतू कुत्तों को बांध कर उन्हें लावारिस छोड़ कर चले जाते हैं. संजय महापात्रा के मुताबिक, लखनऊ में हुई घटना के बाद से उन्हें खासतौर पर पिटबुल ब्रीड के कुत्तों को लेकर कई फोन आ रहें हैं. पिछले 2 से 3 महीने में उन्हें 200 ऐसे कॉल आए हैं, जिनमें मालिक पिटबुल, जर्मन शेफर्ड व लैब्राडोर को अपने घर पर रखने से डरने लगे हैं.
कुत्तों को ट्रेनिंग देने के साथ देखभाल जरूरी
संजय का कहना है कि इस तरह पालतू कुत्तों को रोड पर छोड़ कर जाना समस्या का हल नहीं है. इन हेवी ब्रीड के कुत्तों को पालने के लिए उन्हें ट्रेंड करने की जरूरत है. हेवी ब्रीड के कुत्तों को सड़क पर छोड़ना और खतरनाक हो सकता है. दरअसल, मालिक इन कुत्तों को पालने के दौरान ट्रेनिंग नहीं देते, ऐसा इसलिए क्योंकि ये लोग इन कुत्तों को अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते. वे इन्हें घर पर किसी फैंसी सामान की तौर पर देखते हैं. इनके खाने का ख्याल नहीं रखते हैं. इन्हें दिन में 4 बार खाना चाहिए होता है. 24 घंटे पीने का पानी उपलब्ध होना चाहिए.
उन्होंने बताया कि अगर आप कुत्ते की जरूरत को समझेंगे, उनके बिहेवियर को समझेंगे तो वो कभी अटैक नहीं करेंगे. आप उन्हें दिन भर बांध के रखेंगे तो जाहिर सी बात है कि वे गुस्सैल होंगे. बहुत से लोग कुत्ते को स्टेटस सिंबल की तरह मानते हैं लेकिन अगर कुत्ते को परिवार के सदस्य की तरह पाला जाए तो फिर कोई खतरा नहीं होगा.
'पिटबुल जैसे हेवी ब्रीड को पालतू बनाने की इजाजत न हो'
एक एक्सपर्ट ने बताया कि लोगों ने लॉकडाउन के वक्त तो बहुत शौक से कुत्ते पाल लिए थे लेकिन जब ऑफिस खुले तो लोगों ने उनकी देखभाल छोड़ दी है. पिटबुल जैसा ब्रीड जिसे हर रोज 10 किमी दौड़ना भागना होता है उसे आप जंजीर से बांध कर दिन भर बालकनी में छोड़ दोगे तो जाहिर सी बात है कि वह गुस्सैल होगा. वहीं एनिमल वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन पेटा इंडिया भी अब डॉग अटैक का जिम्मेदार पालतू कुत्तों के मालिकों को मान रहें हैं. पेटा के वेटनरी पॉलिसी एडवाइजर डॉ. नितिन के मुताबिक पिटबुल जैसे हेवी ब्रीड को इंडिया में पालतू बनाने की इजाजत ही नहीं देनी चाहिए.
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