नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद देश में कैश की कमी है. जिसके कारण छोटे कारोबार की कमर टूट गई है. अब हालत यह है कि यूपी के आगरा का पेठा कारोबार भी ठप पड़ा हुआ है. आगरा की पहचान ताजमहल के कारण दुनिया भर में तो है ही यहां के पेठा की मिठास भी काफी मशहूर है लेकिन नोटबंदी के बाद यह कारोबार ठप हो गया है.


आपको बता दें कि दुनिया भर के सैलानी जब आगरा आते हैं तो ताज महल देखने के बाद पेठा जरूर खरीदते हैं लेकिन आजकल ऐसा हो नही रहा है. नोटबंदी के चलते लोगों की जेब में पैसे नही है जिसके चलते वो पेठा खरीद ही नही रहे हैं. आगरा में ना ही व्यापारियों के पास पेठा की सप्लाई के लिये आर्डर है और ना ही कारीगरों के पास काम. 80 फीसदी पेठा कारोबार ठप पड़ा है.



आगरा में पेठा निर्माण की करीब 500 फैक्ट्रियां हैं. इनमें से ज्यादातर ज्यादातर फैक्ट्रियां नोटबंदी के बाद बंद हो गई हैं. यहां दो लाख से ज्यादा लोग आगरा के पेठा उद्योग से जुड़े हैं. दिहाड़ी पर काम करने वाले पेठा कारीगरों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है.


पेठा का कारोबार करने वाले अनिल अग्रवाल का कहना है कि वे कर्ज लेकर किसी तरह अपना जीवन बसर कर रहे हैं. आगरा का पेठा देश ही नही बल्कि विदेशों में भी जाता है पर नोटबंदी ने पेठे का एक्सपोर्ट भी ठप कर दिया है.