(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
12वीं की छात्रा के Suicide Case की जांच NIA से कराने को लेकर SC में याचिका दायर, धर्मांतरण के खिलाफ भी कानून बनाने की मांग
Schoolgirl Death By Suicide: लड़की ने आरोप लगाया था कि उसके माता-पिता द्वारा दो साल पहले ईसाई धर्म नहीं अपनाने के कारण हॉस्टल की वार्डन उसके साथ दुर्व्यवहार करती थीं.
Petition Filed In Supreme Court: स्कूल की तरफ से ईसाई बनने के दबाव को कारण बता कर आत्महत्या करने वाली छात्रा की मौत की NIA, CBI या NHRC से जांच के लिए आज सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. 19 जनवरी को तमिलनाडु के तंजावुर के सेक्रेड हार्ट स्कूल की 17 वर्षीय छात्रा ने हॉस्टल वॉर्डन पर दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली थी.
याचिकाकर्ता अश्विनी उपाध्याय ने ऐसी दूसरी घटनाओं का भी ब्यौरा दिया है. इसमें उन्होंने दबाव, लालच या धोखे से धर्म परिवर्तन के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाने की मांग की है. गौरतलब है कि सोमवार को मद्रास उच्च न्यायालय (Madras High Court) ने तमिलनाडु में इस छात्रा की परेशान किए जाने के बाद आत्महत्या के मामले की जांच सीबीआई (CB|) को सौंप दी थी.
हॉस्टल वॉर्डन को ठहराया था अपनी मौत का जिम्मेदार
इस छात्रा ने अपनी मौत का जिम्मेदार अपनी हॉस्टल वॉर्डन को बताया था. छात्रा की मौत के बाद हॉस्टल वार्डन को गिरफ्तार कर लिया गया था. एक असत्यापित वीडियो (Unverified Video) के अनुसार लड़की ने जहर खाने से पहले कहा था कि मैं मेरी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रही हूं जिस वजह से मेरे ग्रेड्स गिर रहे हैं.
फॉरेंसिक जांच के लिये भेजा गया है वीडियो
लड़की ने आरोप लगाया था कि उसके माता-पिता द्वारा दो साल पहले ईसाई धर्म नहीं अपनाने के कारण हॉस्टल की वार्डन कथित तौर पर उसको परेशान करने के लिये उसके साथ दुर्व्यवहार करती थीं. बाद में अदालत ने पेश किये गये इन वीडियो को जांच के लिये फॉरेंसिक टीम को भेज दिया था.
यह वीडियो मोबाइल से बनाया गया था. वहीं कोर्ट ने पुलिस को इस मामले की जांच के लिये पीड़ित परिवार और सूचना देने वाले व्यक्ति को परेशान नहीं करने के लिये कहते हुए मामले की जांच को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के हवाले कर दिया था.