एक दिन की राहत के बाद फिर बढ़े दाम, पेट्रोल 13 पैसे और डीजल 11 पैसे बढ़ा
पेट्रोल डीजल के दाम: सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिये राजकोषीय घाटा 3.3 प्रतिशत रखने का लक्ष्य रखा है. पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार को कोई भी कदम दीर्घकाल में उसके पड़ने वाले प्रभाव को ध्यान में रखकर उठाना चाहिए न कि अल्पकालीन हितों को ध्यान में रखना चाहिए.
नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के दाम एक दिन की राहत के बाद फिर बढ़े हैं. पेट्रोल के दाम में 13 पैसे और डीजल के दाम में 11 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. कीमत में बढ़ोतरी के बाद राजधानी में दिल्ली में एक लीटर की पेट्रोल की कीमत 81 रुपये हो गई है. वहीं डीजल 73.08 रु?लीटर के भीव पर मिल रहा है.
आर्थिक राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां लोगों एक लीटर पेट्रोल खरीदने के लिए 88.39 खर्च करने पड़ रहे हैं. मुंबई में एक लीटर डीजल की कीमत 77.58 रु/ली पर पहुंच गई है. कोलकाता में पेट्रोल 82.87 रु/ली, 84.19 रु/लीटर के भाव से मिल रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने बुलाई बैठक पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम और डॉलर के मुकाबले रुपये की घटती कीमत को लेकर सरकार हरकत में आ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अर्थव्यवस्था पर बैठक बुलाई है. इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली भी शामिल होंगे और भी कुछ कैबिनेट मंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है.
उत्पाद शुल्क घटाने से समस्या बढ़ेगी: पीयूष गोयल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि सरकार पेट्रोल, डीजल के दाम को काबू में रखने को लेकर जो रुख अपना रही है वह उचित है क्योंकि इन ईंधनों पर उत्पाद शुल्क में कटौती से राजकोषीय घाटा बढ़ेगा और समस्या कम होने की बजाए जटिल हो जाएगी.
गोयल ने कहा, ‘‘ईंधन के दाम को लेकर सरकार का मौजूदा रुख बिल्कुल सही है. क्योंकि अगर उत्पाद शुल्क में कटौती की जाती है तो इससे राजकोषीय घाटा बढ़ेगा जिससे समस्या सुलझने के बजाए उलझेगी.’’ उन्होंने यह बात ऐसे समय कही है जबकि विपक्ष पेट्रोलियम ईंधन के भाव में तेजी को लेकर उत्पाद शुल्क में कटौती की मांग कर रहा है.