आज फिर बढ़े तेल के दाम, दिल्ली में पेट्रोल 84 रुपये, मुंबई में डीजल 80 के पार
पेट्रोल डीजल के दाम: सोमवार को जब बढ़ती तेल की कीमतों को लेकर संवाददाताओं ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से सवाल पूछे तो उन्होंने जवाब देने की बजाय चुप्पी साधे रखी. हालांकि इससे पहले उन्होंने कहा था कि देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया के मूल्य में गिरावट के कारण है.
नई दिल्ली: तेल के मोर्चे पर लगातार महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को एक दिन की राहत आज फिर झटका लगा है. पेट्रोल डीजल की कीमतों में आज फिर बढोतरी दर्ज की गई है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की वेबसाइट के मुताबिक राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 15 पैसे और डीजल 20 पैसे प्रतिलीटर महंगा हुआ है.
राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 84.00 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 75.45 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई है. कल यानी बुधवार को दिल्ली में पेट्रोल 83.85 रुपये प्रति लीटर और 75.25 पैसे प्रति लीटर की दर से बिक रहा था.
आर्थिक राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां पेट्रोल 14 और डीजल 21 पैसे प्रतिलीटर महंगा हुआ है. मुंबई में आज एक लीटर पेट्रोल की कीमत 91.34 रुपए प्रति लीटर और वहीं डीजल 80.10 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया. कल मंबई में पेट्रोल 91.20 रुपये प्रति लीटर और डीजल 79.89 रुपये प्रति लीटर था.
महंगाई के सवाल पर मुंह मोड़ गए पेट्रोलियम मंत्री पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से फिलहाल राहत की भी उम्मीद नहीं दिख रही है. सोमवार को जब बढ़ती तेल की कीमतों को लेकर संवाददाताओं ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से सवाल पूछे तो उन्होंने जवाब देने की बजाय चुप्पी साधे रखी. हालांकि इससे पहले उन्होंने कहा था कि देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया के मूल्य में गिरावट के कारण है.
तेल की कीमतों को लेकर विपक्ष हमलावर पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रही है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, "मई 2014 से, मोदी सरकार ने केंद्रीय उत्पाद शुल्क में 12 बार वृद्धि की. पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क को 211 प्रतिशत बढ़ाया गया और डीजल पर 443 प्रतिशत बढ़ाया गया. सीमा शुल्क में कई तरह से बढ़ोतरी की गई. इस तरह से आम लोगों को धोखा देकर 12 लाख करोड़ रुपये की ईंधन लूट की गई. सरकार क्यों नहीं उत्पाद व सीमा शुल्क में कमी लाकर लोगों को 10-15 रुपये प्रति लीटर की राहत प्रदान करती है."
क्या कहते हैं एक्सपर्ट? बाजार के जानकार बताते हैं कि तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से आगे महंगाई बढ़ सकती है, क्योंकि वाहन ईंधन का दाम बढ़ने से माल ढुलाई से लेकर यात्री किराये में आने वाले दिनों में वृद्धि होना तय है.