नई दिल्ली: पेट्रोल डीजल के मोर्चे पर महंगाई की मार जारी है. आज तेल की कीमतों में एक बार फिर इजाफा देखने को मिला है. पेट्रोल 15 पैसे और डीजल 6 पैसे महंगा हुआ है. बढ़ी हुई कीमतों के बाद राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 82.06 रुपए प्रति लीटर और डीजल 73.78 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है. कल यानी 16 सितंबर को दिल्ली में पेट्रोल 81.91 पैसे रु/ली और डीजल 73.72 रु/ली था.
आर्थिक राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां पेट्रोल 89.44 रुपए प्रति लीटर और 78.33 रुपए प्रति लीटर पर पहुच गया है. कल यानी 16 सितंबर को मुंबई में पेट्रोल 89.29 रु/ली और डीजल की कीमत 78.26 रु/ली थी. हैरानी की बात है कि महाराष्ट्र के 12 शहरों में पेट्रोल 90 रुपये के पार पहुंच गए हैं.
प्रधानमंत्री ने की थी समीक्षा बैठक, नहीं मिली राहत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वित्त मंत्रालय के विभिन्न विभागों के कामकाज की समीक्षा की. इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली सहित कई अधिकारी भी शामिल थे. इस बैठक के बाद वित्त मंत्री ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी के संकेतों से इनकार कर दिया. पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम किए जाने के सवाल के बाद उन्होंने कहा कि ये एक आंतरिक समीक्षा बैठक थी और इसमें ऐसे किसी विषय पर बात नहीं हुई.
मंत्री जी का अजीबोगरीब बयान
जनता पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान है. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 90 और डीजल 80 रुपये के पास पहुंच गया है. लेकिन आरपीआई प्रमुख और केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठावले कतई परेशान नहीं दिख रहे हैं. उल्टे जले पर नमक छिड़कने जैसी बात कह रहे हैं. आठवले ने शनिवार को कहा, ''मैं बढ़ती मंहगाई से परेशान नहीं हूं,क्योंकि मैं मंत्री हूं मुझे फ़ोकट में डीजल पेट्रोल मिलता है. हां जब मंत्री नही रंहूंगा तो परेशान हुंगा.'' हालांकि आठवले ने ये जरूर कहा कि उनकी सरकार महंगाई कम करने पर गंभीरता से विचार कर रही है.